ग्वालियर। हिंदवी स्वराज्य के सरदार श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज विजयदशमी के अवसर पर जय विलास पैलेस में पारंपरिक रीति रिवाज से कुलदेवी का पूजन किया। इस अवसर पर उनके साथ युवराज श्रीमंत महा आर्यमन सिंधिया भी मौजूद थे।
17 वी शताब्दी से ग्वालियर के सरदार हैं सिंधिया
उल्लेखनीय है कि 17 वी शताब्दी में छत्रपति शिवाजी महाराज के नेतृत्व में हिंदवी स्वराज्य के लक्ष्य का निर्धारण किया गया था और पेशवा बाजीराव बल्लाल भट्ट के नेतृत्व में उज्जैन एवं ग्वालियर पर भगवा ध्वज लहराया गया। बाजीराव पेशवा ने ही रानोजी सिंधिया को शाहू जी महाराज के लिए उज्जैन एवं ग्वालियर का सरदार नियुक्त किया।
साल में दो बार मराठा परिसंघ के सरदार की भूमिका निभाते हैं सिंधिया
तब से लेकर अब तक सिंधिया राजपरिवार ग्वालियर एवं उज्जैन का सरदार माना जाता है। जहां ग्वालियर में विजयदशमी के अवसर पर सिंधिया परिवार के मुखिया मराठी परिसंघ के सरदार के तौर पर पूजा करते हैं वही सावन के महीने में उज्जैन में बाबा महाकाल की शाही पालकी भी उठाते हैं। साल भर संध्या की पहचान कुछ भी हो परंतु इन दो अवसरों पर संध्या परिवार का मुखिया मराठी परिसंघ का सरदार होता है।