भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रायसेन रोड स्थित होटल रेशुम्राओ में 6वीं मंजिल से पिता-पुत्र गिर गए। हादसा रविवार रात 10 बजे हुआ। ठेकेदार पिता-पुत्र और एक मजूदर सेंटरिंग सेट कर रहे थे। इसी बीच धक्का लगने से लकड़ी का एक पिलर खिसक गया। इससे तीनों 70 फीट की ऊंचाई से नीचे गिर पड़े। उन पर दिवाली तक काम पूरा करने का दबाव था।
कबीटपुरा निवासरी मोहम्मद हनीफ (50) सेंटरिंग ठेकेदार थे। उन्होंने रेशुमराव होटल के रेनोवेशन का ठेका लिया था। चार महीने से होटल में काम चल रहा था। रविवार की रात 10 बजे वे होटल के पीछे की तरफ 6वीं मंजिल पर अपने बेटे फरदीन (21) और एक मजदूर बद्री के साथ सेंटरिंग सेट कर रहे थे।सेंटरिंग सेट करने के दौरान तीनों दो-दो फीट की दूरी पर थे। अचानक नीचे से सेंटरिंग का एक पिलर खिसक गया। उन्हें संभलने का मौका नहीं मिला। सेंटरिंग भरभरा कर नीचे गिर आई। सबसे पहले हनीफ जमीन पर गिरे, इसके बाद उनका बेटा। फरदीन के ऊपर बद्री गिरा। 15 मिनट तक तीनों मौके पर ही तड़पते हुए पड़े रहे।
भोपाल के रायसेन रोड स्थित होटल रेशुमराव में रेनोवेशन का काम चल रहा था। 6वीं मंजिल पर ठेकेदार पिता और पुत्र एक मजदूर के साथ सेंटरिंग सेट कर रहे थे। एक लकड़ी का पिलर खिसक गया। तीनों एक के बाद एक नीचे आ गिरे। 15 मिनट तक वहीं वे तड़पते रहे। होटल स्टाफ ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
होटल स्टाफ ने गंभीर हालत में तीनों को शहर के ही नागपुर अस्पताल में भर्ती कराया। यहां पिता-पुत्र की मौत हो गई। डॉ. हरिओम वर्मा ने बताया कि मजदूर बद्री की पसलियां टूट गई हैं। सिर और ब्रेन में चोट है। पूरे घटनाक्रम में होटल मालिक की बड़ी लापरवाही सामने आई है। काम करने वाले लोगों के लिए सेफ्टी के कोई इंतजाम नहीं किए गए थे। रात में काम कराया जा रहा था। बिलखिरिया थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
परिजन ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी हादसे के 1 घंटे के बाद हुई। जब हम पहुंचे, तब तक फरदीन ने दम तोड़ दिया था और हनीफ वेंटिलेटर पर थे। घर में हनीफ अकेले कमाने वाले थे। हनीफ के चार बच्चे हैं। सबसे छोटा 6 साल का बेटा है। दीपावली तक काम पूरा करने का दबाव था। इस कारण देर तक काम करना पड़ रहा था।
रेशुमराव होटल मालिक भूपेंद्र सिंह ने कहा कि हमने हनीफ को सेंटरिंग लगाने का ठेका दिया था। यह पूछने पर कि दिवाली से पहले काम पूरा करने का ठेकेदार पर दबाव बनाया जा रहा था, इस पर उन्होंने कहा कि हमने ठेका दिया था, तय समय में तो काम करना ही होगा। यदि वह ठेका नहीं लेता, हम दूसरे को देते। हादसे के बाद होटल में मीडिया की एंट्री रोक दी गई।