इंदौर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी पवन जैन को इंदौर एडिशनल कलेक्टर के पद से तत्काल हटाने के आदेश दिए हैं। इसी के साथ उन्हें मंत्रालय अटैच कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को लॉ एंड ऑर्डर को लेकर महत्वपूर्ण बैठक बुलाई। सीएम ने भोपाल, इंदौर, बैतूल, गुना में हुई घटनाओं का संज्ञान लिया। इसी दौरान इंदौर का मामला भी सामने आया। बताया गया कि जन सुनवाई के दौरान सोनू पाठक नामक दिव्यांग इंदौर कलेक्टर ऑफिस पहुंचा था। वो अपने दादाजी का मकान अपने नाम कराने के लिए चक्कर काट रहा था। जनसुनवाई में वो एडीएम इंदौर पवन जैन के सामने पहुंचे उन्होंने अपने कागज और मोबाइल टेबल रखा तभी उसका मोबाइल खुल गया और उसका एक हिस्सा उछलकर एडीएम के मुंह पर लग गया था।
इसके बाद एडीएम जैन ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और अपशब्दों का प्रयोग किया। गार्डों ने भी सोनू को कक्ष के बाहर कर दिया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जो कुछ भी हुआ वह एक दुर्घटना थी। इसके लिए दिव्यांग आवेदक जिम्मेदार नहीं था और फिर जिस प्रकार का व्यवहार किया गया उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।