इंदौर। इंदौर के महू इलाके में भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता महमूद सेठ के खिलाफ अंततः FIR दर्ज हो ही गई। फाइनेंसर बोकाडिया पिछले 2 साल से पुलिस के चक्कर लगा रहे थे। जब मामला गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के पास पहुंचा तब कहीं जाकर FIR दर्ज हो पाई।
महमूद खान सेठ ने सन 1995 में अपनी 10000 स्क्वायर फीट जमीन फाइनेंसर बोकाडिया को बेच दी थी। उन्होंने लोंग टर्म इन्वेस्टमेंट प्लान के तहत जमीन को खरीदा था इसलिए उस पर कोई कंस्ट्रक्शन नहीं करवाया। इधर जमीन की कीमत बढ़ती चली गई। जमीन करोड़ों की हो गई। महमूद सेठ भी पॉलिटिक्स में पावरफुल हो गए। पहले जनपद पंचायत के वाइस प्रेसिडेंट बने और इन दिनों सरपंच हैं। उन्होंने इस जमीन को फिर से बेच दिया।
पिछले 2 साल से फाइनेंसर बोकाडिया अपनी जमीन वापस पाने और महमूद सेठ के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए पुलिस के चक्कर लगा रहे थे परंतु महमूद सेठ इलाके का कद्दावर भाजपा नेता है इसलिए पुलिस उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी। पिछले दिनों यह मामला गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के पास पहुंचा और उन्होंने धार जिले के एसपी को मामले की जांच करने एवं FIR दर्ज करने के लिए निर्देश दिए।
एसपी धार की सक्रियता के बाद महमूद सेठ के खिलाफ पीतमपुर पुलिस ने धोखाधड़ी की 418, 420, 406, 34 धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।