इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के शारदा नगर क्षेत्र में गरबा के दौरान 11 साल की मासूम लड़की की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिस समय लड़की को गोली मारी गई वह अपनी मां की गोद में बैठी थी। गरबा के शोर में हत्यारा बड़ी आसानी से फरार हो गया। गोली लगने के बाद लड़की 12 घंटे तक जिंदगी के लिए संघर्ष करती रही परंतु जब तक डॉक्टर समझ पाते कि उसे गोली लगी है, काफी देर हो चुकी थी।
हीरानगर थाना क्षेत्र के शारदा नगर में रहने वाली रक्षा शिंदे ने बताया- मैं बेटी माही और बेटे हार्दिक को लेकर कॉलोनी में चल रहे गरबा देखने के लिए गई थी। बेटी मेरी गोद में बैठी थी। कुछ देरा बाद अचानक पटाखे चलने जैसी आवाज आई। मैं कुछ समझ पाती इससे पहले ही मेरी गोद में बैठी बेटी के सिर से खून का फव्वारा फूट गया। मैं घर से 500 मीटर दूर थी। बेटी माही का सिर दबाकर मैं घर की ओर भागी।
महिला रक्षा शिंदे ने बताया कि, मुझे लगा किसी ने पत्थर मारा होगा। मैं पति संतोष के साथ बेटी को लेकर बापट चौराहा स्थित बारोड़ अस्पताल पहुंची। अस्पताल ने हमें बच्ची को वहां से ले जाने को कहा। तब हम उसे लेकर स्कीम 54 स्थित राजश्री अस्पताल ले गए। वहां सबसे पहले बेटी का सिटी स्कैन किया गया। वहां पता चला कि इसे सिर में गोली लगी है।
माही के पिता संतोष किराने की दुकान चलाते हैं। वे मूल रूप से महाराष्ट्र के अहमदनगर के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि बेटी माही हर साल इसी पंडाल में गरबा करने जाती थी। लेकिन वह इस साल यहां गरबा करने नहीं गई थी। वहीं 6वीं क्लास में पढ़ रही थी। गरबा पंडाल में कई लोग मौजूद थे। किसी ने गरबे के दौरान गोली चलते नहीं देखी।
एसआई कमल किशोर सोलंकी के मुताबिक घटना शारदा नगर के पास की है। सुबह तक उसका उपचार चलता रहा। लेकिन 9 बजे बाद तबीयत बिगड़ने लगी। सुबह 10.30 बजे उसकी मौत हो गई। मामले के इन्वेस्टिगेशन ऑफीसर एवं सब इंस्पेक्टर सोलंकी ने बताया हमने पूछताछ की पर किसी ने गोली चलते नहीं देखी है। इलाके के सीसीटीवी फुटेज भी चेक कर रहे हैं। मामले की जांच की जा रही है। पुलिस के मुताबिक परिवार की कोई दुश्मनी या विवाद का एंगल भी सामने नहीं आया है।