जबलपुर। मध्यप्रदेश शासन के आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ द्वारा पूर्व बिशप पीसी सिंह और उनके बेटे पीयूष पॉल की गिरफ्तारी के बाद अब उनकी पत्नी नोरा सिंह EOW के टारगेट पर आ गई है। कुछ एविडेंस हाथ लगे हैं जिनका एग्जामिनेशन किया जा रहा है और कुछ नए एविडेंस की तलाश की जा रही है।
गजब! एजुकेशन बोर्ड का नाम ही बदल डाला
जांच में पता चला है कि पीसी सिंह ने सीएनआई द्वारा संचालित एजुकेशन बोर्ड का नाम भी बदलवाया था। बताया जा रहा है कि पहले नागपुर डायोसिस बोर्ड आफ एजुकेशन द्वारा शहर के क्राइस्ट चर्च स्कूलों का संचालन किया जाता था। पूर्व बिशप पीसी सिंह ने चेयरमैन बनने के पहले इसका नाम बदलवाकर जबलपुर डयोसिस बोर्ड ऑफ एजुकेशन करवा दिया था।
उस समय इस मामले की शिकायत जिला प्रशासन से भी की गई थी। जिला प्रशासन ने जांच भी शुरू की थी, लेकिन जांच में क्या हुआ यह किसी को पता नहीं चल पाया। इस शिकायत के साथ कुछ दस्तावेज भी ईओडब्ल्यू को मिले हैं।
नोरा सिंह टारगेट पर कैसे आई
EOW की टीम जब जिला प्रशासन से एजुकेशन बोर्ड के संबंध में शिकायत हैं और इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट आदि के डाक्यूमेंट्स कलेक्ट कर रही थी तब EOW को बताया गया कि पीसी सिंह की पत्नी नोरा सिंह को बोर्ड के सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया गया है। टीम का माथा ठनक गया। नोरा सिंह बोर्ड में क्या कर रही थी और EOW के सक्रिय होने के बाद वोट से बाहर क्यों निकल गई।