भोपाल। मौलाना आजाद नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी भोपाल का जंगल टाइगर के नाम रिजर्व कर दिया गया है। कोई उसे परेशान नहीं करेगा। वह जब तक चाहे यहां रह सकता है। वन विभाग में बाड़ाबंदी कर दी है। 20 कर्मचारियों की एक टीम तैनात की गई है जो इस बात की चिंता करेगी कि टाइगर हॉस्टल के अंदर ना जाए।
मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में इस समय 5000 से ज्यादा विद्यार्थी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। सोमवार दिनांक 3 अक्टूबर 2022 की रात को सबसे पहली बार स्टूडेंट्स ने टाइगर का मूवमेंट रिपोर्ट किया था। कोई नहीं जानता कि टाईगर यहां कब से है। सोमवार को स्टूडेंट्स द्वारा रिपोर्ट करने के बाद हलचल बढ़ी। सोमवार से गुरुवार तक टाइगर ने 3 जानवरों पर हमला किया और हॉस्टल नंबर आठ के पास एक गाय का शिकार किया।
जंगल टाइगर का और हॉस्टल स्टूडेंट का, पढ़ाई ऑनलाइन, शिकार ऑफलाइन
बीएफ वालों पाठक ने मैनिट भोपाल में टाइगर की पुष्टि कर दी है। संभावना जताई है कि वह बाघिन-123 की 2 संतानों में से कोई एक हो सकता है। इधर मैनेजमेंट ने ऑनलाइन क्लास शुरु कर दी है। कुल मिलाकर मैनिट भोपाल का बंटवारा हो चुका है। जंगल टाइगर का और हॉस्टल स्टूडेंट्स का रिजल्ट कर दिया गया है। टाइगर वाहन से नहीं चल सकता और स्टूडेंट्स को पैदल चलने पर प्रतिबंध लगा दिया है। पढ़ाई ऑनलाइन होगी और शिकार ऑनलाइन चलेगा। पॉसिबल 1 साल के एग्जाम टाइगर के साथ ही हो।