भोपाल। Madhya Pradesh Board of Secondary Education ने कक्षा 10 हाई स्कूल एवं कक्षा 12 हायर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों के दस्तावेजों के सत्यापन की प्रक्रिया को बदल दिया है। पहले स्कूल के प्राचार्य विद्यार्थियों के दस्तावेज सत्यापित करते थे अब माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश भोपाल के अधिकारी सत्यापन का काम करेंगे।
एमपी एजुकेशन बोर्ड ने प्राइवेट स्कूलों को निर्देश दिया है कि 3 दिन के भीतर अपने स्टूडेंट के सभी डाक्यूमेंट्स बोर्ड ऑफिस भेज दें। इस बात से प्राइवेट स्कूलों के संचालक नाराज हो गए हैं। उनका कहना है कि ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरा है और सारे डॉक्यूमेंट ऑलरेडी ऑनलाइन अपलोड है। बोर्ड स्कूल संचालकों को परेशान कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि 2020 से पहले भी डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का काम बोर्ड ऑफिस में होता था। फिर कमिश्नर ने इसे स्कूल लेवल पर कर दिया। उस समय दलील दी गई थी कि स्कूल लेवल पर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन अच्छी बात है जबकि बोर्ड लेवल पर गलत बात है। अब कहा जा रहा है कि बोर्ड लेवल पर सही है स्कूल लेवल पर गलत है। इधर स्कूल संचालकों का कहना है कि जो भी करना था सत्र प्रारंभ होने से पहले करते। अचानक कोई आदेश निकाल देना और त्यौहार के समय सिर्फ 3 दिन का समय देना, यह गलत बात है।
माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल मध्य प्रदेश द्वारा प्राइवेट स्कूल संचालकों को डॉक्यूमेंट जमा कराने की लास्ट डेट 7 अक्टूबर 2022 घोषित की गई है।