भोपाल। मध्यप्रदेश के अतिथि शिक्षकों ने आज राजधानी भोपाल के नीलम पार्क में शक्ति प्रदर्शन किया। प्रदेश के सभी 52 जिलों से आए हजारों अतिथि शिक्षक नीलम पार्क में एकत्रित हुए और अपनी मांगों को दोहराते हुए, सरकार को अल्टीमेटम दिया।
अतिथि शिक्षकों की सेवा समाप्ति स्वीकार नहीं
अतिथि शिक्षकों की ओर से पहले ही स्पष्ट किया गया था कि यह एक सांकेतिक धरना प्रदर्शन है जो सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जा रहा है। अतिथि शिक्षकों का कहना है कि नियमितीकरण की उम्मीद में उन्होंने रोजगार के दूसरे विकल्पों पर काम नहीं किया। स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अतिथि शिक्षकों को नियमितीकरण का आश्वासन दे चुके हैं। हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों के परीक्षा परिणाम अतिथि शिक्षकों की योग्यता का प्रमाण है। अब स्थाई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में अतिथि शिक्षकों को हटाया जा रहा है। यह स्वीकार नहीं किया जाएगा।
जॉब सिक्योरिटी अनिवार्य
अतिथि शिक्षकों ने नियमितीकरण की मांग पर एकजुटता का संकल्प उठाया। अपनी मांग दोहराई कि विभागीय परीक्षा के माध्यम से अतिथि शिक्षकों को स्थाई कर्मचारी की मान्यता दी जाए। यदि सरकार के पास बजट की कमी है तो अतिथि शिक्षक वेतन निर्धारण के मामले में समझौता करने के लिए तैयार है परंतु जॉब सिक्योरिटी अनिवार्य है।