भोपाल। मध्यप्रदेश में एमबीए का क्रेज खत्म हो गया है। हर साल स्टूडेंट्स की संख्या कम होती जा रही है। मात्र 19665 सीटें एडमिशन के लिए ओपन थीं, इसमें से भी 16 प्रतिशत खाली रह गईं। पिछले साल की तुलना में 3 प्रतिशत कम आवेदन प्राप्त हुए। उल्लेखनीय है कि भोपाल और इंदौर के कुछ एमबीए कॉलेजों की बिल्डिंग में प्ले और प्राइमरी स्कूल शुरू हो गए है।
तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए की जा रही है काउंसिलिंग में इस साल की स्थिति साफ हो गई है। मंगलवार को सामने आई सूची के अनुसार बीते साल की अपेक्षा इस साल बीई-बीटेक में प्रवेश लेने वाले छात्रों की संख्या 8% बढ़ गई है। बीती साल ज्यादा सीटें होने के बाद भी 35 हजार 169 प्रवेश ही हुए थे, जबकि इस साल 52 हजार 338 सीटों पर 37 हजार से ज्यादा प्रवेश हुए हैं।
एमपी से एमई-एमटेक कोई नहीं करना चाहता
इस बार एमई-एमटेक में भी बीते वर्ष की अपेक्षा प्रवेश काफी कम हुए। बीते साल 4 हजार से अधिक स्टूडेंट ने प्रवेश लिया था, इस साल यह आंकड़ा 3128 पर सिमट गया। हालांकि एमसीए में इस साल करीब साढ़े तीन हजार प्रवेश हुए, जबकि बीते साल 3 हजार से भी कम थे। एमसीए में बीते पांच साल से लगातार छात्रों की दिलचस्पी बढ़ रही है और एमटेक में घटी है।