भोपाल। प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने मंत्री भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदार एवं 30 साल पुराने भाजपा कार्यकर्ता को इसलिए निष्कासित कर दिया क्योंकि वह सुरखी विधानसभा से स्थानीय प्रत्याशी की मांग कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि सागर जिले की सुरखी विधानसभा से ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक गोविंद सिंह राजपूत (परिवहन एवं राजस्व मंत्री) विधायक हैं।
राजकुमार धनौरा ने बताया कि उनका परिवार जनसंघ के समय से सक्रिय है। वह स्वयं सन 1994 से भारतीय जनता पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं। उन्होंने कहा कि सुरखी विधानसभा क्षेत्र की जनता स्थानीय प्रत्याशी की मांग कर रही थी। मैंने जनता की मांग का समर्थन किया। इसी बात को लेकर पार्टी नाराज हो गई। मैं स्वयं, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा से जाकर मिला और माफी भी मांगी परंतु मुझे 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया।
धनौरा बीजेपी में आए नए नेताओं के खिलाफ हमलावर होते भावुक भी हो गए और प्रेस कॉन्फ्रेंस में रो पड़े। उनका कहना था कि सुरखी विधानसभा में पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं पर झूठे प्रकरण दर्ज कराए जा रहे हैं। मंत्री गोविंद सिंह के साथ दहेज में आए कांग्रेसी नेताओं को उपकृत किया जा रहा है, वहीं पुराने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है।
सागर में टेरिटरी की लड़ाई चल रही है
पिछले कुछ समय से सागर में क्षेत्राधिकार की लड़ाई चल रही है। दमोह लोकसभा के सांसद प्रह्लाद सिंह, पंडित गोपाल भार्गव को उन्हीं की विधानसभा में कमजोर कर रहे हैं। गोविंद सिंह राजपूत, कांग्रेस से भाजपा में आए हैं। पूरे सागर में उनके समर्थक हैं। इसलिए हर पद और हर चुनाव में इंटरफेयर कर रहे हैं। सबसे ज्यादा मंत्री भूपेंद्र सिंह से आमना सामना हो रहा है। ताजा निर्णय को भूपेंद्र सिंह पर गोविंद सिंह राजपूत की जीत के रूप में देखा जा रहा है।
#भाजपा से निष्कासित होने के बाद पूर्व भाजपा कार्यकर्ता राजकुमार धनोरा का छलका दर्द…फूट के रोए
— 🇮🇳Sandeep Singh संदीप सिंह “📝सहर” (@Sandeep_1Singh_) October 20, 2022
सुरखी से स्थानीय प्रत्याशी की मांग और सुरखी विधायक व मंत्री गोविंद राजपूत के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणी पड़ी भारी
पार्टी ने 6 साल के लिए किया निष्कासित
निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं? pic.twitter.com/Q09II4q55Z