भोपाल। लोकायुक्त पुलिस ने दावा किया है कि उसकी टीम ने एक छापामार कार्रवाई करते हुए गुना पोस्ट ऑफिस में डाक अधीक्षक के पद पर पदस्थ बीएस मालवीय को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
केंद्रीय कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई कर सकती है लोकायुक्त टीम
कार्रवाई का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर कविंद्र सिंह ने बताया कि बीएस मालवीय को उनके सरकारी आवास, अधीक्षक निवास से गिरफ्तार किया गया है। श्री सिंह ने स्पष्ट किया कि लोकायुक्त की टीम केवल मध्यप्रदेश शासन ही नहीं बल्कि केंद्रीय कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई कर सकती है। शासकीय लोक सेवक फिर चाहे वह किसी भी संस्था का कर्मचारियों, कार्रवाई के दायरे में आता है।
इंस्पेक्टर कविंद्र सिंह ने बताया कि, इंद्रभान सिंह यादव अशोकनगर जिले के मुंगावली पोस्ट ऑफिस में पदस्थ हैं। वह अपना अटैचमेंट मुंगावली से अशोकनगर पोस्ट ऑफिस में कराना चाह रहे थे। इसके लिए उन्होंने सितंबर महीने में आवेदन दिया था। आवेदन के बाद उन्हें हेड पोस्ट ऑफिस में पदस्थ डाक अधीक्षक बीएस मालवीय ने बुलाया और उनसे अटैचमेंट के लिए 60 हजार रुपये की डिमांड की गयी। इसकी शिकायत उन्होंने ग्वालियर लोकायुक्त से की। 8 अक्टूबर को उन्होंने शिकायत की थी।
शिकायत के बाद रणनीति के अनुसार इंद्रभान सिंह रिश्वत की पहली किश्त के रूप में 30 हजार रुपये लेकर डांक अधीक्षक को देने पहुंचे। दो किश्तों में पैसे देने की बात हुई थी। पोस्ट ऑफिस स्थित सरकारी आवास पर वह पैसे देने पहुंचे थे। जैसे ही उन्होंने रिश्वत के पैसे दिए, इसी दौरान ग्वालियर लोकायुक्त की टीम ने उन्हें ट्रैप कर लिया। लोकायुक्त की 11 सदस्यों की टीम ने पूरी कार्यवाई की है।
लोकायुक्त TI राघवेंद्र ऋषीश्वर ने बताया कि 8 अक्टूबर को इस मामले में शिकायत की गई थी। इसी के बाद ट्रैप कार्रवाई की पूरी प्लानिंग की गई। सोमवार को 11 सदस्यों की टीम ने छापामार कार्रवाई कर डाक अधीक्षक को रंगे हाथों पकड़ा है।