ललित मुद्गल की रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में पोहरी एसडीएम की महिला रीडर की डेड बॉडी उनके सरकारी आवास में फांसी पर झूलती हुई है। यहां से पुलिस को एक डॉक्यूमेंट मिला है परंतु पुलिस ने इन्वेस्टिगेशन के नाम पर उसे छुपा लिया है। लोगों का कहना है कि मामला हाईप्रोफाइल है। महिला कर्मचारी के पति की मृत्यु हो चुकी थी। अपने 10 वर्षीय बेटे के साथ अकेले रहती थी।
पोहरी पुलिस की ओर से बताया गया कि एसडीएम ऑफिस की महिला रीडर बेबी जाटव उम्र 33 वर्ष पोहरी में उनको आवंटित सरकारी आवास में अपने 10 वर्षीय बेटे के साथ रहती थी। मायका झांसी और ससुराल शिवपुरी में है। उनके पति सुरेंद्र जाटव का निधन हो चुका है। उन्हीं के स्थान पर अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। पुलिस ने बताया कि सुबह करीब 7:00 बजे महिला कर्मचारी अपने बेटे को ट्यूशन के लिए छोड़ने गई। जब बेटा वापस आया तो उनकी डेड बॉडी फांसी पर लटकी हुई थी।
मामला हाई प्रोफाइल, पुलिस डॉक्यूमेंट डिस्क्लोजर नहीं कर रही
मामला हाईप्रोफाइल लग रहा है क्योंकि पुलिस को महिला रीडर के घर से कोई डॉक्यूमेंट मिला है। कहा जा रहा है कि इस डॉक्यूमेंट में महिला कर्मचारी की मौत का राज छुपा हुआ है। पुलिस का कहना है कि यह डॉक्यूमेंट एक सुसाइड नोट है। ज्यादातर मामलों में पुलिस सुसाइड नोट पब्लिक कर देती है परंतु इस केस में पुलिस ने सुसाइड नोट को छुपा कर रखा है। थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर विनोद यादव का कहना है कि अभी हम इन्वेस्टिगेशन कर रहे हैं।
2 महीने पहले ऑफिस में फांसी लगाई थी
यहां उल्लेख करना निवा रहेगी महिला कर्मचारी ने जुलाई 2022 में ऑफिस में फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। उस समय भी एक सुसाइड नोट लिखा था। जिसे पुलिस ने इसी प्रकार छुपा लिया था। तब से लेकर अब तक पुलिस की इन्वेस्टिगेशन खत्म नहीं हो पाई और दूसरी घटना हो गई। इस मामले में पुलिस पीड़ित महिला कर्मचारी की मदद करने में नाकाम रही जबकि आरोपी की पहचान छुपाने के लिए पद का दुरुपयोग किया गया।