नई दिल्ली। भारत की राजधानी दिल्ली में डेंगू मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। अरविंद केजरीवाल सरकार मच्छर मारने में पूरी तरह से विफल हो गई है। अब मरीजों का इलाज कराने के लिए अस्पतालों में 15% बिस्तर रिजर्व किए जा रहे हैं। देशभर से दिल्ली आने वाले यात्रियों एवं मेहमानों को चाहिए कि वह सावधान रहें और यदि दिल्ली आ रहे हैं तो खुद को डेंगू मच्छर से बचाने के सभी इंतजाम करके दिल्ली में प्रवेश करें।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल भारत के अन्य राज्यों की राजनीति में इंवॉल्व हो गए हैं और दिल्ली की चिंता करना बंद कर दीया है। नतीजा, सितंबर तक दिल्ली में डेंगू के मात्र 937 मामले थे और अक्टूबर के पहले 5 दिनों में 321 मरीज गंभीर रूप से बीमार होकर अस्पतालों में भर्ती हुए। जो लोग अपने घरों पर इलाज करा रहे हैं, उनकी संख्या किसी भी रिकॉर्ड में नहीं है।
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बताया कि सरकार ने दिल्ली के सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है और स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। सभी अस्पतालों को निर्देशित किया गया है कि वह अपने यहां 15% बेड डेंगू के मरीजों के लिए रिजर्व रखें और किसी भी मरीज को भर्ती करने से मना ना करें।
कुल मिलाकर देश की राजधानी दिल्ली में डेंगू मच्छर का आतंक काफी बढ़ गया है। सरकार मच्छर मारने में नाकाम हो गई है। अस्पतालों में इलाज के प्रबंध किए जा रहे हैं। भारत भर से दिल्ली जाने वाले लोगों के लिए या खबर चिंता बढ़ाने वाली है। इसके साथ ही उन्हें सावधान रहना होगा और दिल्ली में प्रवेश करने से पहले डेंगू मच्छर से बचाव के सभी उपाय करने पड़ेंगे।