भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के गोविंदपुरा क्षेत्र में एक फैक्ट्री के मालिक बसंत गुप्ता के खिलाफ हबीबगंज पुलिस थाने में सागर की रहने वाली तलाकशुदा महिला ने बलात्कार का मामला दर्ज करवाया है। आरोप लगाया है कि मसूरी के मंदिर में मांग भरकर उसे पत्नी स्वीकार किया और 4 साल बाद भगा दिया। कहता है अब तुझ से मन भर गया है।
महिला ने बताया कि वह सागर की रहने वाली है और एलआईसी में काम करती थी। दहेज विवाद के कारण सन 2018 में पति से तलाक हो गया था। 8 साल तक एलआईसी में काम करके अपने बेटे को पालती रही। सन 2019 में अखबार में एक वैवाहिक विज्ञापन के जरिए भोपाल के बिजनेसमैन बसंत गुप्ता से बातचीत शुरू हुई। उसने खुद को तलाकशुदा बताया था। उसके दो बच्चे भी हैं।
भोपाल का प्रतिष्ठित बिजनेसमैन जिसका अपना परिवार है, कौन विश्वास नहीं करेगा। कुछ समय बातचीत के बाद उसने मिलने के लिए भोपाल बुलाया। मुलाकात के बाद पसंद कर लिया और फिर घुमाने के बहाने मसूरी ले गया। बोला कुछ समय साथ बिताएंगे एक दूसरे को समझने का मौका मिलेगा। मसूरी में फिजिकल रिलेशन बनाने की कोशिश की। महिला का कहना है कि उसने दृढ़ता पूर्वक इनकार किया।
महिला का आरोप है कि उसका विश्वास जीतने के लिए उसे एक मंदिर में ले गया और मांग में सिंदूर भरकर पत्नी स्वीकार किया। बुला भोपाल वापस लौट कर विधिवत रजिस्टर्ड शादी करेंगे। विश्वास जीतने के बाद फिजिकल रिलेशन बनाए। सन 2020 में भोपाल बुलाया और अरेरा हिल्स में एक अलग से कमरा किराए पर लेकर ठहरा दिया। कहता था कि मेरी मां तुम्हें स्वीकार नहीं करेगी। धीरे-धीरे सब ठीक हो जाएगा।
महिला का कहना है कि वह नियमित रूप से उसके पास आता था और पति-पत्नी की तरह फिजिकल रिलेशन बनती थी। कुछ दिनों बाद एक महिला का फोन आया। उसने खुद को बसंत की पत्नी बताया। जब उसने बसंत से पूछा तो बोला कि वह पत्नी नहीं नौकरानी है। महिला ने बताया कि जब विधिवत रजिस्टर्ड शादी के लिए दबाव बनाने लगी तो उसके साथ मारपीट करने लगा। शादी से इंकार कर दिया। बोला, अब तुझसे मन भर गया है।
महिला ने बताया कि 4 साल के दौरान एक बार गर्भधारण भी हो गया था परंतु बसंत ने दवा खिला दी। उसने बड़ी चतुराई के साथ मंदिर में शादी वाला वीडियो डिलीट कर दिया और उसके कुछ प्राइवेट वीडियो भी बना लिए। जब तनाव बढ़ने लगा तो धमकी दी कि वीडियो वायरल कर देगा और झूठे केस में फंसा देगा कि तू मुझे ब्लैकमेल कर रही है।
महिला ने इस सब से परेशान होकर आत्महत्या की कोशिश की। नर्मदा हॉस्पिटल में इलाज हुआ। जब लौटी तो मकान मालिक ने घर खाली करने के लिए कह दिया। बसंत ने खर्चा देने से मना कर दिया। कुछ समय तक महिला होटल में रही लेकिन जब पैसे खर्च हो गए तो पुलिस थाने पहुंच गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है लेकिन महिला का कहना है कि अब उसके पास कोई आसरा नहीं है।