भोपाल। मध्यप्रदेश में बड़े पैमाने पर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया चल रही है। गलतियां होना स्वाभाविक है लेकिन यदि अभ्यावेदनों का निराकरण नहीं किया जाए, तब उसे गलती नहीं घोटाला कहते हैं। लोक शिक्षण संचालनालय मध्यप्रदेश इन दिनों कुछ ऐसा ही कर रहा है। ऐसी स्थिति में उम्मीदवारों को न्यायालय की शरण में जाना पड़ता है। सवाल यह है कि शिक्षक भर्ती को लेकर डीपीआई हाई कोर्ट में कितने मुकदमे चाहता है। क्या मध्य प्रदेश की सारी सरकारी भर्ती प्रक्रियाएं हाई कोर्ट द्वारा ही संचालित होगी।
एक अभ्यर्थी श्री अशोक तिवारी ने काफी परेशान हो जाने के बाद भोपाल समाचार को पत्र लिखा है। हमारा मानना है कि श्री तिवारी को उनके प्रश्न का उत्तर मिलना चाहिए। उत्तर प्राप्त करना उनका अधिकार है और उत्तर देना डीपीआई की जिम्मेदारी। सरकार को भी इस विषय में संवेदनशीलता से विचार करना चाहिए क्योंकि एक नौकरी किसी भी अभ्यर्थी के लिए जीवन का महत्वपूर्ण पड़ाव होता है। यदि उसे हाई कोर्ट के जरिए प्राप्त करना पड़ा तो वह सरकार के प्रति निष्ठावान कैसे रहेगा। हम श्री अशोक तिवारी का पत्र हुबहू प्रकाशित कर रहे हैं:-
मामला शिक्षक भर्ती वर्ग 1-2 EWS कैटेगरी में बायोलॉजी विषय का है
आदरणीय संपादक महोदय, इस भर्ती प्रकिया के संबंध में निवेदन है कि आवेदक उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती वर्ग 1 में 2 विषयों में EWS एवम अतिथि शिक्षक वर्ग से चयन की पात्रता रखता है लेकिन विगत दिवस biology विषय की दो सूची मैरिट एवम अतिरिक्त मेरिट सूची dpi ने जारी की। कुल उम्मीदवारों की संख्या EWS वर्ग में 91 है जिसमे 59 महिला एवम 29 पुरुष अभ्यर्थियों के नाम शामिल किए गए।
सिर्फ एक प्रश्न- मुझसे कम रैंक वालों के नाम चयन सूची में कैसे आए
मेरे अंक biology विषय में 82.11 हैं और मेरी रैंक 1664 है। जबकि तीन अभ्यर्थियों जिनकी अंक मेरे बराबर 82.11 हैं तथा जिनकी रैंक क्रमश: 1735, 1807 और 1821 है, मुझसे अधिक है, का नाम मेरिट सूची में शामिल कर लिया गया, जबकि आवेदक की आयु 45 वर्ष है एवम अतिथि का कार्य आवेदक द्वारा 2008 से लगातार 2021 तक किया गया है।
शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी किससे सवाल करें, कोई तो जवाब दो
अधिक आयु के आवेदक को प्राथमिकता देने का नियम भी है लेकिन मुझे मेरिट में स्थान नही दिया गया कोई उचित कारण भी नही है। मेरे पास भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने का यह अंतिम अवसर ही है। मैंने डीपीआई को कई मेल किए लेकिन कोई जवाब नही आया। डीपीआई की ओर से कोई ऐसा प्लेटफार्म उपलब्ध नहीं कराया गया है जिस पर प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों में रह रहे आवेदक अपनी समस्या या आपत्ति दर्ज कर सकें फोन भी रिसीव नहीं करते।
आपके चैनल पर आप बहुत संवेदनशीलता से मुद्दों को उठाते हैं शिक्षक भर्ती से जुड़ी हर छोटी से छोटी जानकारी से लगातार अपडेट करते है इसलिए आपसे अपनी समस्या को व्यक्त कर रहा हूं। कृपया मुझे न्याय प्रदान कराने की कृपा करें। आशा है आप मेरा मार्गदर्शन और सहयोग करेंगे। धन्यवाद। आवेदक, अशोक कुमार तिवारी।