ग्वालियर। मध्य प्रदेश की सबसे पावरफुल भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बीच में गैंगवार जैसी स्थिति बन गई। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर फायरिंग कर डाली। इस गोलीबारी में दोनों पक्षों के कुल 5 लोग घायल हुए हैं। एक गुट का नेतृत्व रजनीश शर्मा कर रहे थे जबकि दूसरे गुट के नेता पंजाब सिंह यादव बताए गए हैं। जिन्हें नगर निगम चुनाव में पार्टी द्वारा निष्कासित किया जा चुका है। पंजाब सिंह यादव, मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के समर्थक बताए जाते हैं जो कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए हैं, जबकि रजनीश शर्मा पुराने भाजपा कार्यकर्ता हैं। पहले जयभान सिंह पवैया और अब केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी इन्हें महत्व देते हैं।
ग्वालियर नगर निगम चुनाव में हुआ भाजपा नेताओं के बीच तनाव
पुलिस सूत्रों ने बताया कि उपनगर ग्वालियर के रमटापुरा में पंजाब सिंह यादव एवं रजनीश शर्मा रहते हैं। दोनों भारतीय जनता पार्टी के नेता है। नगर निगम चुनाव में पंजाब सिंह यादव को भाजपा से टिकट नहीं मिला, इसलिए उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा। पार्टी से बगावत के चलते पंजाब सिंह यादव को निष्कासित कर दिया गया था। नगर निगम चुनाव में रजनीश शर्मा एवं पंजाब सिंह यादव के बीच में तनाव काफी ज्यादा बढ़ गया था।
भाजपा नेताओं में वाद विवाद के बाद मामला हाथापाई तक पहुंच गया
शनिवार को प्रशासन ने फूलबाग-किलागेट रोड पर अतिक्रमण हटाने के लिए एक्शन लिया था। यहां पंजाब सिंह और रजनीश शर्मा में मुंहबाद हो गया था। उस समय तो लोगों ने दोनों को अलग कर दिया, लेकिन दोनों के मन में रंजिश पहले से ही पल रही थी। बताया गया है कि रविवार सुबह पंजाब सिंह यादव व उसके भाई ने रजनीश शर्मा के भाई को घेरकर पिटाई कर डाली। इसके जवाब में रजनीश शर्मा हथियार लेकर अपने कुछ साथियों के साथ पंजाब सिंह यादव के यहां पहुंचे।
ग्वालियर में भाजपा नेता रजनीश शर्मा और पंजाब सिंह यादव के बीच फायरिंग
यह दोनों पार्टियों के बीच में फिर से विवाद शुरू हुआ। थोड़ी ही देर में गालियां सुनाई देने लगी और इसी बीच गोलियां चलने की आवाज आ गई। इस गोलीबारी के दौरान पंजाब सिंह यादव उनका छोटा भाई रामलखन यादव और गिर्राज यादव घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस पंजाब सिंह यादव के घर पहुंची और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि रजनीश शर्मा की पार्टी में भी दो लोगों को गोली लगी है। पुलिस ने दोनों पार्टियों के खिलाफ क्रॉस केस दर्ज कर लिया है।