नई दिल्ली। अब आपको चलती ट्रेन में लोकल ट्रेडिशनल फूड मिलेंगे वह भी किसी प्राइवेट सर्विस के थ्रू नहीं बल्कि इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन की फूड डिलीवरी सर्विस के तहत सब कुछ मिलेगा। जब आपकी ट्रेन दिल्ली से चलेगी तो छोले कुलचे, पंजाब में पहुंच जाएगी तो छोले भटूरे, राजस्थान में दाल बाटी और महाराष्ट्र में पूरनपोली मिलेगी। ट्रेन जिस इलाके में दौड़ रही होगी उस इलाके का ट्रेडिशनल लोकल फूड सप्लाई किया जाएगा।
रेलवे बोर्ड ने मंगलवार को इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) को अपनी फूड कैटरिंग सेवाओं में सुधार लाने और मेन्यू को बदलने की इजाजत दे दी है। मंगलवार को रेल बोर्ड के एक आदेश में कहा गया है कि आईआरसीटीसी को मेनू को कस्टमाइज करने की इजाजत देने का फैसला लिया गया है ताकि यात्रियों की प्राथमिकताओं के आधार पर क्षेत्रीय व्यंजनों, मौसमी व्यंजनों, त्योहारों के खाने और अन्य खाद्य पदार्थों को अलग-अलग पसंद के अनुसार मेन्यू में शामिल किया जा सके।
इसके साथ ही यात्रियों को डायबिटिक फूड, बेबी फूड, हेल्थ फूड के विकल्प भी दिए जाएंगे। यानी पहली बार ट्रेन से यात्रा करनेवालों को क्षेत्र विशेष की लोकल डिश (क्षेत्रीय भोजन) का मेनू कार्ड दिया जाएगा। आपको बता दें कि अभी तक रेलवे बोर्ड ही खाने का मेन्यू तय करता था और IRCTC के पास इसमें बदलाव के अधिकार नहीं थे।
मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में ब्रांडेड फूड प्रोडक्ट मिलेंगे
मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में एमआरपी पर अ-ला-कार्टे भोजन और ब्रांडेड खाद्य पदार्थों की बिक्री की अनुमति होगी। इस तरह के अ-ला-कार्टे भोजन का मेनू और शुल्क आईआरसीटीसी द्वारा तय किया जाएगा। बोर्ड ने अपने आदेश में आईआरसीटीसी से कहा कि मेनू तय करते समय उसे यह सुनिश्चित करना होगा कि भोजन और सेवा की गुणवत्ता और मानकों में सुधार हो और मात्रा में बार-बार कटौती न की जाए। साथ ही यात्रियों की शिकायतों से बचने के लिए गुणवत्ता बनाए रखे, घटिया ब्रांडों का उपयोग न करे आदि। इसने यह भी कहा कि मेनू को टैरिफ के अनुरूप होना चाहिए और मेनू यात्रियों की जानकारी के लिए पूर्व-अधिसूचित किया जाना चाहिए।