जबलपुर। दिनांक 1 अक्टूबर को सुबह खुद को गोली मारकर सुसाइड करने वाले बिल्डर राजू वर्मा की पत्नी झूमा वर्मा ने खुलासा किया है कि बलिराम शाह नाम का व्यक्ति उनके पीछे पड़ गया था। SCST एक्ट में फंसाने का मौका तलाश रहा था। बलात्कार के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देता था। 1 दिन पहले वकील से बात की थी। जब कोई रास्ता नहीं मिला तो अपने मान और प्रतिष्ठा को बचाए रखने के लिए उन्होंने आत्महत्या कर ली।
स्वर्गीय राजू वर्मा की पत्नी झूमा वर्मा का कहना है कि उनके पति अपनी प्रतिष्ठा और सम्मान के प्रति काफी संवेदनशील थे। लोगों की परेशानियां समझते थे। बलिराम शाह भी उनके पास मदद मांगने के लिए आया था। पैसे नहीं थे और अपना घर चाहता था। राजू वर्मा ने लागत मूल्य पर फ्लैट दे दिया था। वही राजनीति करने लगा। अपार्टमेंट में 19 परिवार रहते हैं जिसमें से चार को उसने अपने साथ शामिल कर लिया।
फ्री में प्रॉपर्टी पर कब्जा करना चाहता था। दवा बनाने के लिए पहले सरकारी विभागों में शिकायतें की। जब शिकायतों से कुछ नहीं हुआ तो साजिश करने लगा। कोशिश करता था कि किसी भी प्रकार से विवाद हो जाए, तो एससी एसटी एक्ट का मामला दर्ज करवा दूं। धमकी देने लगा था कि बलात्कार के झूठे मामले में फंसाया जाएगा। राजू इस बात से बहुत डर गए थे।
वह कहते थे कि दुनिया में किस किसको बताएंगे कि मामले झूठे हैं। अपनी सारी प्रॉब्लम बेटी से शेयर करने लगे थे। वकील से कहा था कि इस समस्या का समाधान निकालो। अब और सहन नहीं होता। जब वकील ने कहा कि मैं मिलने आता हूं तो उनके लास्ट वर्ड है कि अब ग्वारीघाट (श्मशान घाट) आ जाना।
कुल मिलाकर उन्होंने शाम को अपने वकील को बता दिया था कि वह आत्मघाती कदम उठाने जा रहे हैं। दूसरे दिन सुबह उन्होंने खुद को गोली मार ली। फिलहाल पुलिस यूनिवर्सिटी किशन कर रही है कि इस मामले में बलिराम शाह की क्या और कितनी भूमिका है। क्या सचमुच उसने कोई साजिश रची थी या फिर किसी प्रकार की धमकी दे रहा था।