KARTIK PURNIMA 2022- कार्तिक माह की पूर्णिमा 8 नवंबर को है, लेकिन इस दिन चंद्र ग्रहण लग रहा है। ऐसे में देव दिवाली इस साल एक दिन पहले 7 नवंबर को मनाई जाएगी। कार्तिक माह की पूर्णिमा की शुरुआत 7 नवंबर की शाम 4 बजकर 15 मिनट से हो रही है, जिसका समापन 08 नवंबर की शाम 4 बजकर 31 मिनट पर हो रहा है। 7 नवंबर को दीपदान करने का शुभ मुहूर्त शाम 5:14 बजे से 7:49 मिनट तक है। वहीं, गुरुपर्व 8 नवंबर को ही मनाया जाएगा।
सूतक का आरंभ इस दिन सूर्योदय से ही हो जाने की वजह से इस बात को लेकर चर्चा है कि सूतक काल में स्नान और दान पुण्य कैसे किया जाएगा। पंचाग के अनुसार चंद्र ग्रहण शाम को 5:10 बजे से 6:11 बजे तक रहेगा और सुबह करीब 8:10 बजे से सूतक लग जाएगा। इस दिन स्नान करने का शुभ मुहूर्त सुबह 4 बजे से लेकर सूर्योदय तक है। वैसे पूरे दिन स्नान किया जा सकता है। ग्रहण के सूतक काल में शहर के मंदिरों के पट बंद रहेंगे, हालांकि सुबह 7 बजे तक मंदिरों में पूजा अर्चना की जा सकेगी।
सनातन धर्म में कार्तिक माह को सभी महीनों में सबसे शुभ फलदायी माना गया है। इस माह पड़ने वाले कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान के लिए पवित्र नदियों के तट पर लाखों की भीड़ उमड़ती है। इस साल कार्तिक पूर्णिमा स्नान 8 नवंबर को है। आइए, कार्तिक पूर्णिमा का महत्व और मान्यताएं।