भोपाल। 19 नवंबर 2020 को भोपाल के शाहपुरा थाने में मध्य प्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संजय उपाध्याय अपनी बेटी के साथ दामाद की शिकायत करने के लिए पहुंचे थे। उस समय दोनों परिवारों के बीच विवाद हुआ जिसका एक वीडियो बना। इस वीडियो की भोपाल पुलिस द्वारा जांच की गई और इसे धमकी नहीं माना गया। अब 2 साल बाद इसी वीडियो के आधार पर कलेक्टर ने उन्हें नोटिस थमा दिया है।
श्री संजय उपाध्याय वर्तमान में राजगढ़ जिले में एसडीएम ब्यावरा के पद पर पदस्थ हैं। कलेक्टर हर्ष दीक्षित ने उन्हें एक नोटिस दिया है। जिसमें कहा है कि आपका एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में आप एक महिला को गोली मारने की धमकी दे रहे हैं। क्यों ना आप के खिलाफ कार्रवाई की जाए। मीडिया ट्रायल के दौरान पता चला कि यह मामला प्रशासनिक नहीं बल्कि पारिवारिक है। संजय उपाध्याय ने बतौर एसडीएम कोई धमकी नहीं दी बल्कि अपनी बेटी के ससुराल वालों के साथ विवाद के दौरान "‘आई विल शूट! अपनी लाइसेंसी बंदूक से गोली मारकर सरेंडर कर दूंगा।" कहा था। जिसे भोपाल पुलिस ने जान से मारने की धमकी नहीं माना था।
एसडीएम संजय उपाध्याय के प्रति सहानुभूति का माहौल बन रहा है। मीडिया ट्रायल में यह जानने की कोशिश की जा रही है कि कलेक्टर हर्ष दीक्षित तक यह वीडियो कैसे पहुंचा जबकि यह वायरल नहीं हो रहा है। क्योंकि यह मामला एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर का है, इसलिए और भी ज्यादा सुर्खियों में आ रहा है। सवाल यह है कि कलेक्टर इस मामले में क्यों इंटरेस्ट ले रहे हैं।
पूरी कहानी संक्षिप्त में
- श्री संजय उपाध्याय मूल रूप से जबलपुर के रहने वाले हैं।
- उन्होंने अपनी बेटी की शादी भोपाल के एक ऑटोमोबाइल दुकान संचालक से की।
- सन 2011 में शादी हुई और 2020 तक दांपत्य जीवन सुखद रहा।
- 2020 में बेटी को पता चला कि दामाद का किसी और महिला के साथ अफेयर चल रहा है।
- मामले को संभालने की कोशिश की गई परंतु नहीं संभला।
- 19 नवंबर 2020 को श्री संजय उपाध्याय अपनी बेटी के साथ दामाद की शिकायत करने शाहपुरा पुलिस थाने पहुंचे।
- इसी दौरान दोनों परिवारों के बीच बहस हुई और एक वीडियो रिकॉर्ड हुआ।
- भोपाल के तत्कालीन डीआईजी इरशाद वली ने मामले की जांच कराई एवं इसे आईपीसी के तहत आपराधिक कृत्य नहीं माना।
- 2 साल बाद नवंबर 2022 में कलेक्टर हर्ष दीक्षित ने इसी वीडियो के आधार पर एसडीएम संजय उपाध्याय को नोटिस थमा दिया है।
यह पूरा घटनाक्रम दो परिवारों के बीच का है और भोपाल पुलिस सहित सरकार एवं समाज का हर वर्ग यही चाहता है कि परिवार बना रहे। जो भी मतभेद हैं वह दूर हो जाएं। परिवार को टूटने से बचाने के लिए सभी सहयोग कर रहे हैं परंतु राजगढ़ कलेक्टर का अचानक इस तरीके से उनके पारिवारिक मामलों में कूद जाना चर्चा का विषय बन गया है। बताया गया है कि एसडीएम के दामाद का जिस महिला से अफेयर चल रहा है, वह एक बैंक में कर्मचारी है। एसडीएम की शिकायत करने के बाद बैंक वालों ने उस महिला का ट्रांसफर भोपाल से इंदौर कर दिया है। इस घटना के बाद वही महिला पिछले दिनों कलेक्टर राजगढ़ से मिलने के लिए आई थी।