भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 का मौसम शुरू हो गया है और राजनीति के सभी रंग सुर्ख होते चले जा रहे हैं। रतलाम के आलोट विधानसभा क्षेत्र में खाद वितरण को लेकर हुए विवाद में कलेक्टर ने एसडीएम को हटाया, एसपी ने टीआई को हटाया और फिर कांग्रेस विधायक मनोज चावला के खिलाफ लूट का मामला दर्ज किया गया। इसके खिलाफ कांग्रेस पार्टी का विधायक दल कलेक्टर से मिलने गया तो दोनों के बीच में जबरदस्त बहस हो गई। देख लेने की धमकी दी गई।
रतलाम से मिले समाचार के अनुसार, शुक्रवार दोपहर करीब चार बजे झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया, राऊ विधायक जीतू पटवारी, सैलाना विधायक हर्षविजय गेहलोत, कालापीपल विधायक कुणाल चौधरी, थांदला विधायक वीरसिंह भूरिया, पेटलावद विधायक वालसिंह मेड़ा, शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया व अन्य पदाधिकारी, कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए कलेक्टोरेट पहुंचे।
ज्ञापन लेकर कांग्रेस के 6 विधायक और कई नेता आए थे परंतु ज्ञापन देने के लिए कलेक्टर अपने चेंबर से बाहर नहीं आए। उन्होंने विधायक दल से ज्ञापन लेने के लिए एसडीएम को भेजा। इस बात से कांग्रेस का विधायक दल नाराज हो गया। कलेक्टर ने विधायकों से कहा कि यदि वह बात करना चाहते हैं तो चेंबर के अंदर आकर बात करें। मैं सड़क पर नहीं आऊंगा।
कांग्रेस का विधायक दल कलेक्टर चेंबर के अंदर पहुंचा। यह दोनों पक्षों के बीच जबरदस्त बहस हुई। तनाव इतना बढ़ गया कि कांग्रेस के विधायक दल ने कलेक्टर को देख लेने की धमकी दी है। लड़ाई की जड़ यह है कि, रतलाम जिले में भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक के कहने पर खाद वितरण की व्यवस्था की गई थी, वही व्यवस्था कांग्रेस पार्टी के विधायक के कहने पर नहीं की गई।