भोपाल। कूनो नेशनल पार्क में शनिवार को दो चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया। यह समाचार मिलते ही प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने प्रसन्नता और संतोष व्यक्त किया। उन्होंने इसे अभियान की सफलता में एक नया कदम बताया वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश के वन मंत्री विजय शाह काफी नाराज हो गए। पहले डिपार्टमेंट के अधिकारियों पर भड़के और फिर अपने मित्र पत्रकारों को बुलाकर अपनी नाराजगी के बारे में बताया।
वन मंत्री का दावा- कूनो के बड़े बाड़े में चीतों को खतरा है
वन मंत्री विजय शाह ने दावा किया है कि कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े में चीतों की जान खतरे में है। वहां मौजूद बाघों से उनकी लड़ाई हो सकती है जिसमें उनकी मृत्यु हो सकती है। हालांकि यह प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रधानमंत्री ऑफिस से कनेक्ट है और देश के चिन्हित वन्य प्राणी विशेषज्ञ ऑन ड्यूटी है परंतु वन मंत्री श्री विजय शाह का कहना है कि जनप्रतिनिधियों से पूछे बिना यह काम नहीं करना चाहिए था।
वन मंत्री का फोन काट दिया, दूसरी बार रिसीव भी नहीं किया
वन मंत्री ने बताया कि जब हमने पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ जेएस चौहान से बात की तो उन्होंने पूरी बात सुने बिना ही फोन काट दिया। इसके बाद उनसे दोबारा संपर्क किया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
क्यों भड़के मंत्री जी- क्योंकि प्रधानमंत्री की तरह चीता छोड़ना चाहते थे
विजय शाह, वन मंत्री का बयान प्रकाशित हुआ है जिसमें लिखा है कि, भले ही हम चीता टास्क फोर्स में शामिल नहीं हैं, लेकिन अफसर कम से कम मुख्यमंत्री और मुझे इसकी सूचना तो दे सकते थे। दोनों को मीडिया के जरिए देर रात जानकारी मिली है। अफसरों ने हमें अंधेरे में रखा। सूचना मिलती तो कूनो जरूर जाते।
कुल मिलाकर वन मंत्री चाहते थे कि वह भी प्रधानमंत्री की तरह चीता छोड़ें। जैसे प्रधानमंत्री ने नेशनल पार्क में रिलीज किया था ठीक वैसे ही वह बड़े बाड़े में रिलीज करें और इस ऐतिहासिक घटनाक्रम में उनका भी नाम दर्ज हो जाए।
Great news! Am told that after the mandatory quarantine, 2 cheetahs have been released to a bigger enclosure for further adaptation to the Kuno habitat. Others will be released soon. I’m also glad to know that all cheetahs are healthy, active and adjusting well. 🐆 pic.twitter.com/UeAGcs8YmJ
— Narendra Modi (@narendramodi) November 6, 2022