भोपाल। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी की ओर से सीएम कैंडिडेट कमलनाथ के लिए फिटनेस चैलेंज आया है। राजनीति में इसे होड़ भी कहते हैं। चाहो या ना चाहो लगानी पड़ती है क्योंकि जनता तुलना करती है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर रायपुर में महादेव घाट पर ना केवल स्नान किया बल्कि तैराकी के कुछ करतब दिखाकर अपनी फिटनेस को प्रमाणित किया। इस प्रकार उन्होंने जनता में एक स्पष्ट संदेश दिया कि वह अगली बार भी छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनने के लिए पूरी तरह से फिट हैं।
पॉलिटिक्स में फिटनेस क्या होता है
उल्लेखनीय है कि सामाजिक मान्यताओं के अलावा सरकारी कानून भी मानते हैं कि जो व्यक्ति फिजिकली फिट हो उसे ही महत्वपूर्ण काम दिए जाने चाहिए। फिटनेस के आधार पर कई अधिकारियों कर्मचारियों को समय से पूर्व रिटायर कर दिया जाता है। जनता अक्सर ऐसे नेता को चुनने में संकोच करती है। जिस के स्वास्थ्य को लेकर चिंता की स्थिति बनती हो। स्वास्थ्य ही तो महत्वपूर्ण कारण है जिसके चलते श्री लाल कृष्ण आडवाणी को उनके सपनों की सरकार में कोई काम नहीं मिला।
कमलनाथ के लिए चैलेंज कैसा
कमलनाथ के सामने चैलेंज है कि वह अपनी फिटनेस प्रमाणित करें। क्योंकि वह कांग्रेस पार्टी की ओर से सीएम कैंडिडेट हैं। इसलिए उन्हें जनता के सामने यह प्रमाणित करना होगा कि वह यदि सत्ता में आते हैं तो अगले 5 साल तक बिना किसी परेशानी के जनता की सेवा करने में सक्षम है। मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर में दौरा करते हुए अच्छे लगते हैं। एयर एंबुलेंस में अस्पताल जाते हुए बिल्कुल अच्छे नहीं लगते। राहुल गांधी भी पदयात्रा करके न केवल अपनी फिटनेस को प्रमाणित कर रहे हैं बल्कि अपने प्रतिद्वंदी को चैलेंज भी कर रहे हैं।
The way CM @bhupeshbaghel dives 🏊♂️ has given complexity to many Indian politicians/CM😊
— Korba Youth Congress (@IYCKorba) November 8, 2022
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी ने खारून नदी के महादेव घाट में किया कार्तिक पूर्णिमा स्नान। @ChhattisgarhCMO @_vikasupadhyay pic.twitter.com/vC5Fr3szx8