ग्वालियर। मध्यप्रदेश में शराबबंदी को लेकर माहौल बना हुआ है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक एवं शिवराज सिंह चौहान सरकार में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर लगभग हर ज्वलंत मुद्दे पर बयान जरूर देते हैं। इस बार उन्होंने शराब का समर्थन करते हुए कहा कि बोतल खुद आदमी के पास नहीं जाती लोग उसे खरीद कर लाते हैं।
जनता के हित में कभी नाले में उतर कर कीचड़ साफ करने और कभी चप्पल छोड़ने वाले ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का कहना है कि सरकार शराबबंदी नहीं कर सकती। शराब बंदी के लिए लोगों को जागरूक करना पड़ेगा। उन्होंने उदाहरण भी दिया कि शराब पर लिखा होता है स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। बोतल खुद आदमी के पास नहीं आती है, बल्कि आदमी उसे दुकान से खरीदकर लाता है। जिन राज्यों में शराबबंदी हुई वहां के क्या परिणाम है। आदमी नकली व जहरीली शराब पी रहा है और मर रहा है।
इस हिसाब से तो सारे कानून खत्म कर दिए जाने चाहिए
यदि ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के विचारों को सिद्धांत बना लिया जाए तो मध्यप्रदेश में सभी कानून खत्म कर दिए जाने चाहिए। सरकार को सिर्फ जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए लॉकडाउन लगाने की जरूरत नहीं थी। लोगों को जागरूक करना चाहिए था। लोग अपने आप घरों में रहते तो कोरोनावायरस नहीं फैलता। हेलमेट के मामले में भी जागरूकता की जरूरत है। और भी कई प्रकार के अपराध होते हैं। यदि नागरिक जागरूक हो जाए तो अपराध अपने आप खत्म हो जाएंगे। मंत्री जी के हिसाब से सरकार का काम जागरूकता है, रोकथाम नहीं।
शराब और सब्जी… मंत्री जी @PradhumanGwl की अनूठी जनजागरुकता नसीहत। “जैसे आप बाज़ार जाकर पसंद की सब्जी खरीदते हैं, वैसे ही शराब खुद चल कर नहीं आती। दुकान जाकर लेते हैं। सरकार जागरूक है, सचेत कर रही है कि शराब हानिकारक है। फिर भी ले रहे तो आपकी जिम्मेदारी है।” pic.twitter.com/lf1pJOzJMx
— Prabhu Pateria🇮🇳 (@PrabhuPateria) November 9, 2022