भोपाल। जब विपक्ष कमजोर होता है तो इसी तरह के मामले सामने आते हैं। सन 2015 में मध्यप्रदेश में नगरीय विकास एवं आवास विभाग में एक महत्वपूर्ण नियम बदल दिया गया। इसके बाद आठवीं पास कर्मचारी जिसे रेवेन्यू कलेक्शन के लिए नियुक्त किया जाता है, उसे मुख्य नगरपालिका अधिकारी का प्रभार देने का प्रावधान हो गया। अब मध्यप्रदेश में 16 मुख्य नगरपालिका अधिकारी ऐसे हैं जिनकी शैक्षणिक योग्यता कक्षा आठ से कक्षा 12 तक है।
सन 2015 से पहले CMO पद के प्रभार हेतु क्या नियम था
सन 2015 से पहले वरिष्ठ लिपिक को मुख्य नगरपालिका अधिकारी पद का प्रभार दिया जाता था। वरिष्ठ लिपिक की शैक्षणिक योग्यता कम से कम स्नातक होती थी। उसे कम से कम 5 वर्ष का अनुभव होता था। प्रभार देने से पहले दिखा जाता था कि उसके खिलाफ कोई शिकायत तो नहीं है। उसका नाम किसी विवादित मामले में शामिल तो नहीं है।
16 सीएमओ की यह है योग्यता
- दीपक कुमार रानवे सोहागपुर 8वीं पास
- राजेंद्र कुशवाह बनगवां 11वीं
- जगदीश भेरवे सुसनेर 11वीं
- कैलाश चंद वर्मा महिदपुर 10वीं
- कन्हैयालाल सूर्यवंशी ताल 10वीं
- महेंद्र कुमार शर्मा माकड़ोन 11वीं
- मिथलेश द्विवेदी गुनोर 12वीं
- प्रवीण सेन कुंडलेश्वर 12वीं
- संजय रावल सांवेर 12वीं
- भारत सिंह टांक मुंदी 12वीं
- बलराम भूरे सनावद 12वीं
- रामस्वरूप पटेरिया बिजावर 12वीं
- अशोक कुमार साहू कारी 12वीं
- प्रभुदयाल पाठक बक्सवाह 12वीं
- सुंदरलाल सोनी घुवारा 12वीं
- नासिर अली श्यामगढ़ 11वीं
नियम बना दिया, अब कोई सवाल नहीं उठा सकता
भरत यादव, कमिश्नर, नगरीय प्रशासन विभाग, भोपाल का कहना है कि हमारे यहां एक कैडर बना हुआ है, उसी के आधार पर खाली पदों पर सीएमओ का प्रभार दिया जाता है, अब उनकी योग्यता क्या है, यह अलग बात है।' कुल मिलाकर एक नियम बना दिया गया है। जो कुछ हो रहा है वह नियम के अनुसार हो रहा है। यदि नियम गलत है तो विपक्ष को आवाज उठानी चाहिए, लेकिन मध्यप्रदेश में तो विपक्ष को मीटिंग और स्वागत सत्कार पसंद है।
विपक्ष सो रहा था इसलिए कुछ नियुक्तियां नियम विरुद्ध भी कर दी
बीएल पुरवीया को नप सिराली, दिनेश कुमार सोनी को नप आरोन और मुनींद्र कुमार मिश्रा को पांच साल के बिना अनुभव डोला में सीएमओ बनाया है। इसी तरह वरिष्ठता सूची को ध्यान में रखे बिना नर्मदा प्रसाद पांडे को पीपलरवा, राकेश मिश्रा को सिवनी मालवा का सीएमओ बनाया है। रामानुज मिश्रा को सबइंजीनियर होने के बाद भी शाहगंज में सीएमओ पद का प्रभार दे दिया गया।