बॉलीवुड के लोकप्रिय अभिनेता श्री अमिताभ बच्चन ने एक फिल्म के माध्यम से यह तो बता दिया कि नमकहराम शब्द का भाव क्या होता है परंतु अपने यहां हिंदी व्याकरण की बात कर रहे हैं। नमकहराम शब्द कैसे बना, कहां से आया और इसका एग्जैक्ट हिंदी मीनिंग क्या है।
नमक और हराम दोनों अलग-अलग भाषाओं के शब्द हैं
इस तरह के प्रश्नों का सबसे सही उत्तर उषा वाधवा, नई दिल्ली के पास होता है। हिंदी एवं अंग्रेजी भाषा के अलावा उर्दू, फारसी और गुरुमुखी भाषा की विशेषज्ञ हैं और एक लोकप्रिय लेखक है। वह बताती हैं कि, नमकहराम- दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है। नमक और हराम। यहां नमक फारसी शब्द है जबकि हराम अरबी भाषा का शब्द है। यह बताने की जरूरत नहीं की फारसी और अरबी शब्दों की मुलाकात भारत की धरती पर हुई।
भारत की भूमि ही तो है जहां पर दो संस्कृति, दो साहित्य, तो भाषाएं मिलकर एक नई भाषा बना देते हैं। संस्कृत से जन्म लेने वाली हिंदी भाषा कितनी विनम्र है कि उसने बहादुर, बीमार, जहर, आराम और जल्दी जैसे दूसरी भाषाओं के शब्दों को इतने अपनेपन के साथ परिवार में शामिल कर लिया कि ज्यादातर लोग जानते ही नहीं है कि यह हिंदी भाषा के शब्द नहीं है।