किचन केबिनेट, यह शब्द आपने भी जरूर सुना होगा। यह एक राजनीतिक शब्द है। हिंदी की डिक्शनरी और कानून की किताब में नहीं मिलेगा लेकिन व्यवहारिक दृष्टि से देखा जाए तो सत्ता में यह सबसे पावरफुल होती है। आइए जानते हैं कि किचन केबिनेट क्या होती है लोकतंत्र में इसकी कितनी वैल्यू होती है।
राजनीति और सरकारी प्रक्रिया में केबिनेट क्या है
केबिनेट शब्द का उपयोग सबसे ज्यादा केंद्र और राज्य सरकार के संदर्भ में किया जाता है। देश के प्रधानमंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्रियों की एक कैबिनेट होती है। इसमें कुछ मंत्रियों को शामिल किया जाता है। हिंदी में इसे मंत्री परिषद भी कहते हैं। शासन के संचालन में इसका बड़ा महत्वपूर्ण योगदान होता है। कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय बिना कैबिनेट की मंजूरी के नहीं लिया जा सकता। अकेला मुख्यमंत्री, बिना कैबिनेट के कोई बड़ा फैसला नहीं कर सकता।
किचन केबिनेट क्या है
पावरफुल लोगों की एक व्यक्तिगत सलाहकार मंडली होती है। इसमें उसके मित्र और रिश्तेदार भी हो सकते हैं। इसे ही किचन केबिनेट कहा जाता है। इसका कोई संवैधानिक वजूद नहीं होता, नियमानुसार किचन कैबिनेट के सदस्यों को सरकारी गिलास में पानी देने का भी प्रावधान नहीं है परंतु राजनीति में किचन केबिनेट बड़ी पावरफुल होती है। किसी भी नेता को पावरफुल बनाए रखने में उसकी किचन केबिनेट का बड़ा महत्वपूर्ण योगदान होता है और कई बार किचन केबिनेट के कारण ही नेता बर्बाद हो जाता है। किचन केबिनेट के सदस्य उन सभी सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाते हैं जो नियम अनुसार उनके नेता के लिए निर्धारित की गई होती है।