भोपाल। कोरोनावायरस के नए वेरिएंट बीएफ 7 को लेकर मध्यप्रदेश में फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है। सर्विलांस सैंपल कलेक्शन का काम शुरू हो गया है। गुरुवार को 100 सैंपल की जांच की गई और सभी नेगेटिव पाए गए। इस प्रकार मध्यप्रदेश में फिलहाल कोरोनावायरस की पॉजिटिविटी रेट जीरो है।
30 जिलों में चिंता की स्थिति
मध्य प्रदेश के 30 जिलों में चिंता की स्थिति इसलिए है क्योंकि यहां सैंपल कलेक्शन का काम संविदा कर्मचारियों के हाथ में है और संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी इन दिनों हड़ताल पर चल रहे हैं। इसके चलते इंट्रीग्रेटेड डिसीसिस सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) शाखा में कार्यरत डॉक्टर, डाटा ऑपरेटर सहित अन्य अमला सीएमएचओ को कोई रिपोर्ट ही नहीं दे पा रहे हैं। इस कारण स्वास्थ्य विभाग के कोविड-19 बुलेटिन में 20 जिलों की रिपोर्ट ही सबमिट हो रही है।
स्वास्थ्य आयुक्त द्वारा कलेक्टर और CMHO के लिए गाइडलाइन
स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े द्वारा कलेक्टर और CMHO के लिए जारी गाइडलाइन के अनुसार संक्रमित के संपर्क में आने वाले 60 से अधिक उम्र के बुजुर्ग, जिन्हें पूर्व से शुगर, बीपी, कैंसर हो और सर्दी-जुकाम के लक्षण भी हो तो जांच करवाई जाए। यानी हाई रिस्क ग्रुप वालों की ही जांच करना है।
भोपाल में गुरुवार को 95 सैंपल कलेक्ट
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चिकित्सा विभाग को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। नागरिकों से फेस मास्क पहनने की अपील की है। भोपाल में गुरुवार को 1 दिन में 95 सैंपल कलेक्ट किए गए। CMHO डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि पिछले दो सप्ताह में मिले 3 कोविड पॉजिटिव मरीजों के सैंपल जीनोम टेस्ट के लिए एम्स भोपाल भेजे हैं। जांच रिपोर्ट अगले सप्ताह आएगी।
MGM INDORE में जीनोम सीक्वेंसिंग मशीन बंद
मुख्यमंत्री के निर्देश जारी होने के बाद महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज इंदौर में ऑक्सीजन प्लांट चला कर दिखा क्या। कमिश्नर डॉ पवन शर्मा खुद कॉलेज पहुंच गए थे। जीनोम सीक्वेंसिंग मशीन बंद पड़ी हुई है। कमिश्नर डॉ शर्मा ने उसे जल्द शुरू करने के लिए कहा।
मध्य प्रदेश सरकार के प्रवक्ता डॉ नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि, प्रदेश में कोरोना के नए वेरिएंट की जांच के लिए प्रदेश सरकार ने ग्वालियर की DRD लैब और भोपाल AIIMS को अधिकृत किया है।