भोपाल। आउटसोर्स कर्मचारियों के कुछ संगठनों द्वारा आज राजधानी में बड़े प्रदर्शन का ऐलान किया गया था परंतु ऐसा कुछ हो नहीं पाया। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि शनिवार की रात 10:00 बजे उनकी परमिशन कैंसिल कर दी गई थी। प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सांकेतिक धरना दिया और कमलनाथ से मुलाकात की और कार्यक्रम समाप्त हो गया।
हजारों आउटसोर्स कर्मचारियों के प्रदर्शन का ऐलान किया गया था
शनिवार से पूर्व आउटसोर्स कर्मचारियों के कुछ संगठनों द्वारा ऐलान किया गया था कि हजारों कर्मचारी ने रविवार को राजधानी में प्रदर्शन करेंगे, लेकिन शनिवार की शाम मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से आउटसोर्स कर्मचारियों के जत्थे रवाना होने के समाचार प्राप्त नहीं हुए। रविवार को 50 से कम संख्या में कुछ लोग प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के सामने धरने पर बैठे हुए दिखाई दिए। प्रदर्शनकारियों द्वारा कहा गया कि शनिवार की रात 10:00 बजे उनकी परमिशन कैंसिल कर दी गई।
कमलनाथ को ज्ञापन दिया, आश्वासन मिला
प्रदर्शन करने आए आउटसोर्स कर्मचारी मुख्यमंत्री के नाम उनके प्रतिनिधि को ज्ञापन तक नहीं दे पाए। कांग्रेस कार्यालय में जाकर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को ज्ञापन दिया। कमलनाथ ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जब उनकी सरकार बनेगी तब आउट सोर्स व्यवस्था को खत्म कर दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव 2018 से पहले भी राहुल गांधी एवं कमलनाथ ने ऐलान किया था कि यदि उनकी सरकार बनी तो संविदा और अतिथि की व्यवस्था को खत्म कर दिया जाएगा। बाद में इसी विवाद के बहाने सरकार गिर गई थी।