भोपाल। मध्यप्रदेश में स्कूल एवं खेल के मैदान संरक्षित क्षेत्र घोषित किए गए हैं। अर्थात स्कूल में शैक्षणिक गतिविधियां और खेल के मैदान में खेल की गतिविधियों के अलावा कुछ नहीं हो सकता लेकिन राजधानी में विजिट पर आए केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि यदि दूसरे आयोजन से डिपार्टमेंट को कमाई होती है तो इसमें कोई हर्ज नहीं है।
कैंपस को किराए पर देकर कैंपस का मेंटेनेंस कर सकती हैं: केंद्रीय मंत्री
मध्यप्रदेश में यूथ गेम्स की तैयारियों का जायजा लेने के लिए केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर मध्य प्रदेश विजिट पर आए हुए हैं। राजधानी भोपाल में उन्होंने हॉर्स राइडिंग एकेडमी में कहा कि, इतने बड़े कैंपस को मेंटेन करने के लिए काफी पैसों की जरूरत होती है। सरकार तो कर रही ही है, लेकिन इसके साथ ही दूसरे तरह से भी पैसे कैंपस से ही जुटाए जा सकते हैं। इसके लिए अकादमी के कैंपस के खाली पड़े स्थानों में दूसरे आयोजन जैसे शादी समारोह आदि किए जा सकते हैं। इससे जुटे पैसों से खिलाड़ियों को और अधिक सुविधाएं जुटाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने में कोई हर्ज नहीं है।
मध्यप्रदेश में इसी प्रथा को बैन किया गया है
यहां उल्लेख करना प्रासंगिक है कि मध्यप्रदेश में इसी परंपरा को बंद किया गया है। शिवराज सिंह चौहान सरकार से पहले तक मध्यप्रदेश में स्कूल परिसर एवं खेल के मैदान शादी विवाह एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए किराए पर दिए जाते थे। बाद में सभी प्रकार की गतिविधियों के लिए किराए पर दिए जाने लगे। फिर ऐसे आयोजनों के कारण कैंपस खराब होने लगा। पहले केवल छुट्टी के दिनों में बुकिंग की जाती थी फिर एक्टिविटी के दिनों में भी बुकिंग की जाने लगी। सरकार के स्कूल भवन, कम्युनिटी हॉल और खेल के मैदान, मेला ग्राउंड बन गए थे।