भोपाल। यह बेहद शर्मनाक स्थिति है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लोग जरूरतमंद मरीजों की जान बचाने के लिए अपना रक्तदान करते हैं लेकिन उनका डोनेट किया गया ब्लड जरूरतमंद मरीजों को नहीं दिया जाता बल्कि ब्लैक में बेचा जाता है। दूसरी शर्मनाक बात यह है कि प्रदेश भर में अधिकारियों कर्मचारियों को सस्पेंड करने वाले मुख्यमंत्री, राजधानी भोपाल में किसी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेते।
दैनिक भास्कर पत्रकार मनीष व्यास का स्टिंग ऑपरेशन
दैनिक भास्कर भोपाल के पत्रकार श्री मनीष व्यास ने स्टिंग ऑपरेशन करके इस मामले का खुलासा किया है। उन्होंने दावा किया है कि हमीदिया अस्पताल के ब्लड बैंक पर दलालों का कब्जा हो गया है। इनका गठजोड़ इतना मजबूत है कि कोई भी मरीज बिना इन्हें पैसे दिए बिना यहां से खून नहीं ले जा पाता। पत्रकार श्री मनीष व्यास, एक मरीज का रिश्तेदार बनकर नेटवर्क में गहराई तक पहुंचे। उन्होंने ₹2500 में एक यूनिट ब्लड खरीदा।
हमीदिया हॉस्पिटल में तीन गैंग सक्रिय हैं
श्री व्यास ने दावा किया है कि हमीदिया हॉस्पिटल में तीन गैंग सक्रिय हैं, जो खून की खरीद-फरोख्त कर रही हैं। निजी से लेकर सरकारी ब्लड बैंक तक इनके तार जुड़े हैं। जैसे ही सौदा तय होता है, मरीज के परिजन के पास खून पहुंच जाता है। उनके पास हमीदिया में एजेंट से बातचीत, ब्लड सैंपल देने व लेने के ऑडियो-वीडियो मौजूद हैं।