Divorce जिसे सामान्य बोलचाल की भाषा में तलाक कहा जाता है। तलाक मूल रूप से अरबी भाषा का शब्द है, जबकि प्रश्न यह है कि तलाक को हिंदी में क्या कहते हैं। आइए जानते हैं, हिंदी, भारतीय संस्कृति और हिंदू मैरिज एक्ट तीनों में तलाक से क्या तात्पर्य है।
तलाक को हिंदी में विवाह विच्छेद कहना उचित है क्या
हिंदी भाषा के कुछ विशेषज्ञ तलाक को विवाह विच्छेद कहते हैं। कुछ लोग इसे संबंध विच्छेद भी कहते हैं परंतु यह दोनों ही उचित नहीं है। हिंदू मैरिज एक्ट में न्यायालय की कार्यवाही के दौरान तलाक शब्द का ही उपयोग किया जाता है परंतु एक शब्द विवाह शून्य भी आता है। कोई भी वकील बता सकता है कि विवाह शून्य घोषित करना और तलाक मंजूर करना दोनों बहुत अलग प्रक्रियाएं हैं। अरबी भाषा में तलाक का अर्थ होता है परित्याग करना। अतः हिंदी में तलाक का अर्थ परित्याग करना ही माना जाएगा, परंतु यह उचित प्रतीत नहीं होता।
भारतीय संस्कृति में तलाक का प्रावधान
यदि कानून से अलग हम भारतीय संस्कृति की बात करते हैं तो विवाह संबंध को विकसित करने का यानी तलाक का कोई प्रावधान ही नहीं है। भारतीय संस्कृति में विवाह एक संस्कार है। यह दो व्यक्तियों के बीच कोई अनुबंध नहीं है जिसे तोड़ा जा सके। जीवन में संस्कार एक बार होता है और वह सारी जीवन के लिए होता है। यही कारण है कि विवाह के बाद दो व्यक्तियों के संबंध को तोड़ने के लिए दुनिया की विभिन्न संस्कृतियों में Divorce या तलाक का प्रावधान है परंतु भारतीय संस्कृति में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। यही कारण है कि तलाक का हिंदी में कोई अर्थ नहीं होता।