ग्वालियर। हाई कोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ ने जरूरतमंद और बेसहारा लोगों की मदद के लिए अनूठी पहल की है। इस साल जनवरी से अब तक शर्तो के साथ दी गई जमानत से कोर्ट के पास एकत्र करीब पांच लाख रुपए से जरूरतमंदों की सहायता की जा रही है। इस राशि से विभिन्न आश्रमों में ठंड से ठिठुरते लोगों को गर्म कपड़े दिए गए हैं। सड़क किनारे, रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड पर रात बिताने को मजबूर लोगों को कंबल भी बांटे जाएंगे। जस्टिस न्यायमूर्ति रोहित आर्या ने यह पहल की है।
जस्टिस न्यायमूर्ति रोहित आर्या के इस नेक काम को मूर्त रूप देने के लिए कोर्ट ने दो सदस्यीय समिति का गठन किया। समिति ने माधव वृद्धाश्रम, माधव अनाथालय, नारायण वृद्धाश्रम, स्वर्ग सदन और शासकीय मानसिक आवासीय विद्यालय में रहने वालों की आवश्यकता की जानकारी संचालकों के माध्यम से ली। इसके बाद संस्थाओं ने कपड़ों की जो जरूरत बताई, उसकी नियमानुसार खरीदारी की गई और सामान हाई कोर्ट से जरूरतमंदों तक पहुंचाया गया।
गठित समिति ने एक सूची बनाकर सामान के लिए तीन फर्मो से सामान के कोटेशन मंगाए। सबसे कम कीमत लगाने वाली फर्म से सामान खरीदकर हाई कोर्ट के प्रिसपल रजिस्ट्रार के यहां पेश किया गया। इसके बाद हाई कोर्ट से भुगतान हुआ और संस्थाओं में गर्म कपड़े भेजे गए। कोर्ट द्वारा आगे भी इसी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। हाई कोर्ट ने अलग-अलग संस्थाओं में कूलर, वाटर कूलर, प्यूरीफायर सहित अन्य सामान दिए हैं। इसके अलावा राशन के साथ-साथ रोजमर्रा की जरूरतों को भी पूरा किया है।