ग्वालियर। कहने को तो ग्वालियर, अटल जी का घर है परंतु जब भी उनका सामना सिंधिया राजपरिवार से हुआ उन्हें पराजित होना पड़ा। सन 1984 में तत्कालीन महाराजा माधवराव सिंधिया के खिलाफ चुनाव हार गए थे और सन 2022 में मृत्यु के उपरांत भी श्रीमंत महाराज साहब ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने एक प्रकार से पराजित ही हो गए हैं। उनके जन्म दिवस के अवसर पर आयोजित ग्वालियर गौरव दिवस समारोह निरस्त कर दिया गया।
भोपाल समाचार की खबर का असर
इस समाचार के प्रसारित होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर के सभी अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को वीडियो कांफ्रेंस पर बुलाया और कार्यक्रम को योजना के अनुसार पूरी भव्यता के साथ आयोजित करने के निर्देश दिए। कृपया यहां क्लिक करके पूरा समाचार पढ़िए।
18 दिसंबर से कलेक्टर-कमिश्नर तैयारियों में लगे थे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी तैयारियों को लेकर निर्देश दिए थे। ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री श्री तुलसी सिलावट तैयारियों में जुटे हुए थे। क्योंकि यह पहला ग्वालियर गौरव दिवस समारोह था इसलिए नगर निगम कमिश्नर किशोर कान्याल और कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह हर छोटी सी छोटी चीज पर ध्यान दे रहे थे। 18 दिसंबर 2022 से फंड खर्च करना शुरू कर दिया गया था।
ग्वालियर गौरव दिवस का कार्यक्रम अचानक निरस्त
दिनांक 25 दिसंबर 2022 को, अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिन के अवसर पर महाराज बाड़ा पर बड़ा भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाना था। अनुराधा पौडवाल और अमजद अली खान जैसे लोकप्रिय कलाकार आने वाले थे। अचानक सब कुछ निरस्त कर दिया गया और एक नया कार्यक्रम जारी किया गया। अटल सभागार में एक छोटा सा कवि सम्मेलन और सम्मान समारोह आयोजित करके पूर्व प्रधानमंत्री के जन्मदिन की औपचारिकता पूरी की जाएगी। ग्वालियर गौरव दिवस नहीं मनाया जाएगा।