ग्वालियर। 6 महीने पहले दर्ज हुए दुष्कर्म के एक मामले में रमाया होटल के मालिक रामनिवास शर्मा के खिलाफ केस चलेगा या नहीं, इसका फैसला दिनांक 13 दिसंबर 2022 को होगा। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी अमित मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया था परंतु रामनिवास शर्मा की धारा 173(8) में जांच पेंडिंग चली आ रही है। उल्लेखनीय है कि रामनिवास शर्मा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के नजदीकी बताए जाते हैं।
रामनिवास और अमित के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की गई थी
जून 2022 में एक महिला ने होटल कारोबारी रामनिवास शर्मा व उनके चालक अमित मिश्रा के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज किया था। पीड़िता को विश्वविद्यालय थाना पुलिस ने आरोपितों के फोटो दिखाए तो उसने दोनों आरोपितों को पहचान लिया था। दोनों पर दुषक्रम का आरोप लगाया। इसके बाद धारा 161 व 164 में पीड़िता के बयान दर्ज कराए।
अमित का चालान पेश, रामनिवास की जांच अधूरी
पुलिस ने अमित मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलिस ने अमित मिश्रा के खिलाफ चालान पेश कर दिया, लेकिन रामनिवास शर्मा के खिलाफ जांच लंबित रखी। पुलिस ने जांच का हवाला देते हुए रामनिवास की स्थिति स्पष्ट नहीं की। जबकि एफआइआर में दोनों के ऊपर आरोप थे और नामदज हुए थे। अमित मिश्रा का डीएनए कराया था, जो मैच हो चुका है। अभियोजन ने उसे आरोपित बनाने का आवेदन लगाया है। 13 दिसंबर को फैसला होगा।