इंदौर। लंबे समय से फरार चल रहे एक भूमाफिया ने अचानक पुलिस थाने आकर सरेंडर कर दिया। गिरफ्तारी की कार्रवाई पूरी होने के बाद जब उससे पूछा गया कि, इनाम घोषित करने के बाद भी पुलिस को उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा था तो फिर उसने अचानक सरेंडर क्यों किया। माफिया ने बताया कि वह घर में पत्नी के साथ नहीं रह सकता, इसलिए जेल में रहने आ गया। यहां नोट करने वाली दूसरी बात यह है कि माफिया ने मंदिर की जमीन पर कब्जा करके उसे बेच दिया था।
गुटकेश्वर महादेव की जमीन हड़पने वाला गिरफ्तार
भंवरकुआं पुलिस ने पिछले साल सितंबर महीने में शासकीय गुटकेश्वर महादेव की जमीन बेचने के मामले में भू माफियाओं सहित करीब एक दर्जन लोगों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था, जिसमें कई आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। कुछ आरोपी फरार है। एक आरोपी दिनेश मेहता की भंवरकुआं पुलिस को काफी लंबे समय से तलाश थी। प्रकरण दर्ज होने के बाद से वह फरार चल रहा था। पुलिस को उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा था इसलिए ₹2000 का इनाम घोषित करते हुए पब्लिक से मदद मांगी थी।
अचानक मन बदला और फरार माफिया ने सरेंडर कर दिया
2 महीने पहले सितंबर महीने में आरोपी दिनेश अचानक एरोड्रम थाने पहुंचा और सरेंडर कर दिया। एरोड्रम थाना पुलिस ने इसकी जानकारी भंवरकुआं पुलिस को दी। इस पर भंवरकुआं पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी दिनेश मेहता को थाने ले आई। पकड़ाने के बाद पुलिस ने सरेंडर की वजह पूछी। मेहता ने पुलिस को बताया कि, पत्नी से बहुत परेशान हो गया है। घर में नहीं रह सकता इसलिए पुलिस थाने आ गया। अब जेल में शांति से रहूंगा।
FIR का संक्षिप्त विवरण
पूरे मामले में अभी भी तीन आरोपी महेश कुमावत, अनिता गोयल और आलोक राठौर फरार हैं। भंवरकुआं पुलिस ने पटवारी की शिकायत पर मिथुन सोलंकी, दिनेश मेहता,अरविंद (विक्रेता), संजू कोठे, मूलचंद वर्मा, स्वदेश मंडलोई, संजय राठौर, आनंद गिरि (मंदिर के पुजारी), आलोक राठौर, महेश कुमावत आदि के खिलाफ धारा 406, 420, 467, 468, 471, 120 बी के तहत केस दर्ज किया था।