भोपाल। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने इन्दौर के शासकीय विधि महाविद्यालय में घटित अनुशासनहीनता के प्रकरण में 7 सदस्यीय जाँच समिति बनाने के निर्देश दिए हैं। समिति प्रकरण का सूक्ष्म परीक्षण कर तीन दिन में रिपोर्ट देगी।
जाँच समिति में डॉ. मधुरा प्रसाद अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा भोपाल, डॉ. किरण सलूजा प्रभारी अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा इंदौर, डॉ. अनूप कुमार व्यास प्राचार्य श्री अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय इंदौर, डॉ. कुंभल खण्डेलवाल प्राध्यापक श्री अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय इंदौर, डॉ. आर.सी.दीक्षित प्राध्यापक शासकीय होलकर विज्ञान स्वशासी महाविद्यालय इन्दौर और डॉ. संजय कुमार जैन प्राध्यापक शासकीय बाबूलाल गौर शासकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय भेल भोपाल शामिल हैं।
इंदौर लॉ कॉलेज मामले में सिलावट परिवार का नाम
बताया जा रहा है कि विवादित किताब सन 2014 में खरीदी गई थी। यह किताब बुक बैंक योजना के तहत केवल अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों को निशुल्क दी जाती थी। इस किताब को खरीदने का निर्णय तत्कालीन प्रिंसिपल डॉ सुधा सुरेश सिलावट ने लिया था। इनके पति श्री सुरेश सिलावट राऊ कॉलेज में प्रिंसिपल है। उन्हें इस मामले का जांच अधिकारी बनाया गया था। जिसे लेकर काफी विवाद हुआ। श्री सुरेश सिलावट, कैबिनेट मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट के बड़े भाई बताए जाते हैं।