भारत सरकार ने देशभर में होने वाली सभी सड़क दुर्घटनाओं का डेटाबेस तैयार करने के लिए आइआरएडी मोबाइल एप्लीकेशन को लॉन्च कर दिया है। सभी पुलिस कर्मचारियों को यह मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करनी होगी और सभी प्रकार के एक्सीडेंट की जानकारी मोबाइल ऐप में सबमिट करनी होगी।
एएसपी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि दुर्घटना कहां और किस कारण से हुई है। इसकी जानकारी एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस परियोजना (आइआरएडी) एप पर पुलिसकर्मी अपलोड करेंगे। इसके बाद एप के माध्यम से महज एक क्लिक से ही दुर्घटनाओं के संबंध में पूरी जानकारी उपलब्ध होगी सकेगी। एप पर पुलिसकर्मियों द्वारा सड़क पर होने वाले छोटे से छोटे हादसों का विवरण भी अपलोड किया जाएगा। एप में पुलिस सड़क दुर्घटना से जुड़े करीब 29 बिदुओं का ब्योरा अपलोड करेगी।
integrated road accident database App ऐसे काम करेगा
एएसपी ने बताया कि पुलिसकर्मी अपने मोबाइल पर पर गूगल प्ले स्टोर से एप डाउनलोड करेंगे। डाउन लोड करने पर अलग-अलग जानकारियां भरने के लिए चार फार्म होंगे, जिसमें क्षतिग्रस्त गाड़ी का नंबर, निर्माता कंपनी, घटनास्थल से थाने की दूरी, घायल को कैसी चोट आयी, कितने समय में अस्पताल पहुंचाया गया, कितनी देर में प्राथमिक उपचार मिला, घटनास्थल पर सड़क की क्या हालत है, घटनास्थल पर दुर्घटनाओं का इतिहास समेत अन्य जानकारियां अपलोड की जाएगी, जिससे डिजिटल डाटा जुटेगा। वहीं आंकड़ों को देखने में समय की बचत होगी। इन बिदुओं की जानकारी एप में होगी अपलोड
एप पर दुर्घटना का दिन, तारीख, समय, घटना के वक्त रोशनी की स्थित, दुर्घटना में मौत हुई या घायल, हादसे में नुकसान, क्षतिग्रस्त वाहनों की संख्या, दुर्घटना का कारण, वाहन चालकों की जानकारी, घटनास्थल के आसपास का स्थान, वाहन की स्थिति, ओवर स्पीड-ओवर, ड्राइविग लाइसेंस की वैधता, सड़क की स्थित समेत अन्य जानकारी अपलोड होगी। विवरण दर्ज करने के साथ ही पुलिसकर्मी अस्पताल को मोबाइल एप से सूचना भी भेजे सकेंगे, जिससे घायल को समय पर इलाज मिल सकेगा।
एएसपी ने बताया कि एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (आइआरएडी) एप की मदद से सड़क के बुनियादी ढांचे में संबंधित विभाग से सुधार भी कराया जाएगा। एप की मदद से दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र की आसानी से पहचान हो सकेगी। यहां क्लिक करके iRAD APP DOWNLOAD कर सकते हैं।