जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म के बाहर बने प्रदेश के पहले कोच रेस्टोरेंट विवादों में आ गया है। यहां पर आए दिन ग्राहक और कर्मचारियों के बीच खाने की गुणवत्ता, कर्मचारियों के व्यवहार, पीने के पानी और बिल को लेकर विवाद हो रहे हैं। कोच रेस्टोरेंट को शुरू हुए अभी छह माह भी पूरे नहीं हुए।
एक बड़े विवाद ने इस नई व्यवस्था पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। कुछ दिन पूर्व कोच रेस्टोरेंट में रात लगभग 12 बजे कुछ ग्राहकों और यहां काम करने वाले कर्मचारियों के बीच जमकर विवाद हुआ, जो इतना बढ़ा कि तलवार बाजी तक उतर आया। इस घटना के बाद पुलिस ने कोच रेस्टोरेंट को रात 11 बजे बंद करवाना शुरू कर दिया। इसको लेकर अब रेलवे ने भी पुलिस के इस कदम पर सहमति जताई है।
यह पूरा मामला
सूत्रों के मुताबिक कुछ दिन पूर्व रात लगभग 12 बजे यहां कुछ ग्राहक आए। इनमें से कुछ ग्राहक नशे में थे। उन्होंने कर्मचारियों से अभद्रता कर दी। विवाद के बीच ग्राहक के परिचित वहां पहुंच गए, जिस पर वहां के कुछ कर्मचारियों ने उनके साथ पिटाई कर दी। इस दौरान कुछ कर्मचारियों ने उन्हें खाना बनाने वाली सामग्री से लेकर तलवार से मारा। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने रेस्टोरेंट बंद करवाया और कर्मचारियों पर मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
कोच रेस्टोरेंट खोलने के पीछे रेलवे की मंशा स्टेशन आने वाले ग्राहक और आम लोगों को अच्छे माहौल में अच्छा खाना देना था, लेकिन कोच रेस्टोरेंट में ऐसा कुछ नहीं हुआ। सूत्रों के मुताबिक कोच रेस्टोरेंट चलाने का जिम्मा जिस ठेकेदार ने लिया, उसने रेस्टोरेंट को चलाने की जिम्मेदारी दूसरे को दी दी। इसमें कई विवादित लोग भी थे। इधर, 24 घंटे चलने के दौरान यहां रात 11 से सुबह 5 बजे तक शराबियों और नशेड़ियों का जमावड़ा लगने लगा। इसमें कई युवतियां भी शराब पीकर यहां रातभर बैठती थीं। इस वजह से यहां पर विवाद बढ़े और अब इसे रात 11 बजे पुलिस ने बंद करवाना शुरू कर दिया है।
कोच रेस्टोरेंट में नियमों का नहीं हुआ पालन
ठेके पर दिए गए कोच रेस्टोरेंट का संचालन करने वालों को रेलवे द्वारा दिए गई नियमावली का पालन करना अनिवार्य है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पहले कोच रेस्टोरेंट, रेलवे की जमीन पर अवैध कब्जा करने और विजिलेंस की जांच की वजह से सुर्खियों में रहा। इसके बाद दुकानों को किराए पर देने और फिर किराए और वेतन को लेकर मैनेजर और कर्मचारियों द्वारा विवाद का मामला सामने आया। अब यह रेस्टोरेंट झगड़े और तलवारबाजी से इस बार सुर्खियों में है। इधर, रेलवे ने ठेके की नियमावली में यह स्पष्ट कहा गया है कि ठेका लेने वाले व्यक्ति को इसका संचालन खुद करना है, लेकिन इसका पालन नहीं हुआ, जिसके बाद यहां विवाद और बढ़ गए।
कुछ दिन पूर्व यहां पर काम करने वालों के साथ कुछ ग्राहकों को विवाद हुआ। कर्मचारियों ने उनके साथ मारपीट की, जिसके बाद उन पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार भी किया। रात को यहां आए दिन हो रहे विवादों के बाद इसे रात 11 बजे बंद करने कहा गया है। -अरविंद चौबे, टीआइ, सिविल लाइन
रेलवे ने कोच रेस्टोरेंट की नियमावली में यह स्पष्ट है कि कोच रेस्टोरेंट का संचालन खुद करना है। इसमें यह भी है कि कोच रेस्टोरेंट का संचालन लाइन आर्डर के तहत किया जाना है। यहां पर विवाद हुए तो रेलवे प्रशासन, जिम्मेदार पर सख्त कार्रवाई करेगा।-विश्वरंजन, सीनियर डीसीएम, जबलपुर रेल मंडल