Madhya Pradesh Board of Secondary Education, Bhopal के माध्यम से कक्षा 10 एवं कक्षा 12 की परीक्षा देने वाले 7000 विद्यार्थियों के साथ 1.33 करोड़ रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। इन विद्यार्थियों से लेट फीस के नाम पर ₹2000 वसूले गए जबकि लेट फीस ₹100 थी।
मामला क्या है कैलेंडर से समझिए
- माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा परीक्षा फॉर्म भरने की लास्ट डेट 30 सितंबर 2022 घोषित की गई थी।
- निर्धारित तारीख के बाद 30 अक्टूबर तक परीक्षा फॉर्म भरने वालों से ₹100 विलंब शुल्क वसूला गया।
- पूर्व में जारी एक आदेश के अनुसार 1 नवंबर के बाद परीक्षा फॉर्म भरने वालों से ₹2000 लेट फीस वसूल की जानी थी लेकिन बाद में इसे स्थगित कर दिया गया और विलंब शुल्क ₹100 निर्धारित किया गया।
- इसके बावजूद 7000 विद्यार्थियों से ₹2000 लेट फीस वसूली गई और बोर्ड ऑफिस में जमा की गई।
यदि फीस विद्यार्थियों से प्राप्त करने के बाद बोर्ड ऑफिस में जमा नहीं होती तो स्कूल के प्राचार्य या फिर एमपी ऑनलाइन किओस्क सेंटर संचालक को दोषी माना जाता है परंतु फीस बोर्ड ऑफिस में जमा हुई, जबकि बोर्ड ऑफिस में 30 से संबंधित सभी कर्मचारियों को पता था कि ₹2000 लेट फीस वाला आदेश स्थगित कर दिया गया है। यह मामला और अधिक गंभीर इसलिए भी हो जाता है क्योंकि एमपी बोर्ड के अधिकारी अतिरिक्त वसूले गए ₹1900 वापस करने को तैयार नहीं है।
मामले की निष्पक्ष एजेंसी से जांच होना जरूरी है। अतिरिक्त वसूले गए 1900 रुपए प्रति विद्यार्थी कुल 10000000 रुपए से ज्यादा, कहां पर है और उसका क्या किया जाने वाला है। यदि गलती से वसूली हो गई है तो वापस करने में बुराई क्या है।