भोपाल। केंद्र सरकार से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की शिकायत करने 40000 किसान दिल्ली पहुंच गए हैं। कड़ाके की ठंड में रामलीला मैदान में डटे हुए हैं। भारतीय किसान संघ के नेताओं का कहना है कि 50000 से ज्यादा के किसान इस प्रदर्शन में शामिल होंगे। प्रदर्शन को किसान गर्जना रैली नाम दिया गया है।मध्य प्रदेश के किसानों का कहना है कि समर्थन मूल्य तो घोषित किया जाता है परंतु समर्थन मूल्य पर मध्य प्रदेश के किसानों से मात्र 20% खरीदारी की जाती है। बाहरी लोगों को मध्य प्रदेश की मंडियों में महत्व दिया जाता है और मध्य प्रदेश के किसान को खुले बाजार में 80% फसल बेचनी पड़ती है।
किसानों के तीन प्रमुख मुद्दे- MSP-GST और DBT
किसानों की मांग है कि सरकार MSP पर अपना वादा पूरा करे। साथ ही खेती को GST से मुक्त किया जाए। साथ ही भारतीय किसान यूनियन की मांग है कि पीएम किसान सम्मान निधि की राशि में खेती की बढ़ी हुई लागत के अनुपात में बढ़ोतरी की जाए, साथ ही अनाज में सब्सिडी के अलावा DBT के माध्यम से किसानों को आर्थिक सहायता दी जाए। साथ ही किसानों को अपनी उपज से कारोबार करने का लायरेंस देने की मांग भी की गई है।
प्रदर्शनकारी किसानों की ये मांगें भी
- पशुपालकों को प्रति माह 900 रुपए प्रति गाय प्रोत्साहन राशि दी जाए।
- सरकार द्वारा किसानों को दिए जाने वाले सभी प्रकार के अनुदान सीधे किसानों के खाते में दिए जाए।
- कृषि बीमा पॉलिसी को सरल कर किसान हितैषी बनाया जाए।
- देश में कृषि उत्पाद को देखते हुए आयात-निर्यात नीति को बनाया जाए।