भोपाल। मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में रीवा लोकायुक्त की टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए राजस्व निरीक्षक, पटवारी और उनके प्राइवेट कलेक्शन एजेंट को गिरफ्तार कर लिया है। लोकायुक्त की टीम ने दावा किया है कि उन्होंने तीनों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है।
लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार ने बताया, कि उमरिया जिले के मानपुर तहसील अंतर्गत कार्यरत पटवारी अनिल पाठक, आरआई गरीब दास खैयाम, दलाल राकेश जायसवाल को सात हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है। फरियादी वेदप्रकाश जायसवाल निवासी ग्राम बचहा जिला उमरिया ने हाल ही में एक जमीन खरीदी दी। जिसके सीमांकन के लिए लगातार वह आरआई और पटवारी के चक्कर लगा रहा था। लेकिन उसकी जमीन का सीमांकन नहीं किया जा रहा था।
1 दिन गांव के राकेश जायसवाल नाम के व्यक्ति ने कहां की ₹7000 रिश्वत देनी पड़ेगी। तभी तुम्हारी जमीन का सीमांकन होगा। वेदप्रकाश जायसवाल सीधी रीवा लोकायुक्त कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एसपी को बताया कि, उन्होंने अपनी जमीन खरीदी में कोई गड़बड़ी नहीं की है। उनकी जमीन का सीमांकन करना राजस्व विभाग की जिम्मेदारी है परंतु राजस्व निरीक्षक और पटवारी द्वारा एक एजेंट के माध्यम से रिश्वत मांगी जा रही है।
लोकायुक्त पुलिस ने शिकायत की अपने तरीके से पुष्टि की और फिर छापामार कार्रवाई की रणनीति बनाई। शिकायतकर्ता को केमिकल युक्त नोट देकर रिश्वत देने के लिए भेजा गया। अमरपुर में लोकायुक्त पुलिस रिश्वत लेते हुए तीनों (पटवारी अनिल पाठक, आरआई गरीब दास खैयाम, दलाल राकेश जायसवाल) को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।