भोपाल। मध्यप्रदेश के नीमच जिले के जावद एसडीएम ऑफिस में लोकायुक्त टीम ने छापामार कार्रवाई की। इस कार्रवाई में एसडीएम का क्लर्क ₹30000 रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। नोट करने वाला पॉइंट है कि यह रिश्वत किसी अपराधी से नहीं बल्कि पीड़ित व्यक्ति से मांगी जा रही थी और कितने आश्चर्य की बात है कि एसडीएम के ऑफिस में खुलेआम रिश्वतखोरी हो रही थी और एसडीएम को पता ही नहीं था।
लोकायुक्त के अधिकारियों ने बताया कि सिंगोली के ग्राम उमर के मोहम्मन हारून नीलघर ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन संभाग अनिल विश्वकर्मा को आवेदन देकर बताया कि ग्राम अथवाखुर्द तहसील सिंगोली की संयुक्त स्वामित्व की 20 बीघा भूमि मेरे भाई अल्ताफ हुसैन और उसकी पत्नी द्वारा नौ लाख रुपये में सौदा कर दिया है। इस संबंध में मैंने एसडीएम कार्यालय में शिकायत की थी। जहां बाबू कारूलाल खैर क्रेता और विक्रेता को नोटिस जारी करने और मेरी शिकायत पर कार्यवाही करने के नाम पर 30 तीस हजार रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा है।
नियमानुसार शिकायत का वेरिफिकेशन किया गया। सही पाए जाने पर छापामार कार्यवाही की गई। इस कार्रवाई में एसडीएम ऑफिस के क्लर्क सहायक ग्रेड 3 कारूलाल खैर को 30 हजार रुपये की की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ मौके पर पकड़ा गया। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है।