नई दिल्ली। वर्दी पहन कर देश की सेवा करने का जज्बा रखने वाले युवाओं के लिए सरकारी नौकरी की एक नई अपॉर्चुनिटी आने वाली है। सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो यानी सीबीआई में इंस्पेक्टर और डीएसपी के पदों की सीधी भर्ती होगी। बृहस्पतिवार को संसदीय समिति ने राज्यसभा में सिफारिश कर दी है। जल्दी ही शेष प्रक्रिया भी पूरी हो जाएगी।
सीबीआई के पेंडिंग मामले निपटाने के लिए मेन पावर चाहिए
भारत की राज्यसभा में प्रस्तुत की गई रिपोर्ट में कार्मिक, लोक शिकायत, कानून और न्याय विभाग से संबंधित संसदीय स्थायी समिति ने कहा है कि सीबीआई के पास कुल 1,025 मामले लंबित हैं, जिनमें से 66 का पांच साल बाद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। समिति ने कहा है कि यदि जनशक्ति आवश्यकताओं का ध्यान रखा जाए तो लंबित मामलों की संख्या को प्रभावी ढंग से कम किया जा सकता है।
सीबीआई इंस्पेक्टर और सीबीआई डीएसपी की सीधी भर्ती की सिफारिश
समिति ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में कहा कि सीबीआई में उपनिरीक्षक के पद से ऊपर के उम्मीदवारों की सीधी भर्ती का कोई प्रावधान नहीं है। रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि पुलिस निरीक्षक/पुलिस उपाधीक्षक के रैंक में उम्मीदवारों की सीधी भर्ती का प्रावधान होना चाहिए।
भ्रष्टाचार मामलों में अभियोजन की मंजूरी की लिमिट बढ़ाई जाएगी
निरीक्षक, डीएसपी और एएसपी के पद पर पदोन्नति या प्रतिनियुक्ति और सीमित विभागीय प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से अलग-अलग अनुपात में भरे जाते हैं। समिति ने यह भी कहा कि, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार, अभियोजन की मंजूरी सक्षम प्राधिकारी द्वारा तीन महीने के भीतर दी जानी चाहिए, जो और एक महीने की अवधि के लिए बढ़ाई जा सकती है।