भोपाल। 26 जनवरी यानी भारत का गणतंत्र दिवस, एक राष्ट्रीय पर्व है। अर्थात इसका आयोजन सरकार द्वारा किया जाता है और इसमें सभी जाति धर्म के लोग शामिल होते हैं। इस अवसर पर बच्चों को मिठाई बांटी जाती है और संविधान का महत्व बताया जाता है। मध्य प्रदेश सरकार के पास इस साल मिठाई बांटने का बजट नहीं है। सरकार ने कहा है कि बारदाने बेचकर जो पैसा आए उससे मिठाई बांट देना।
निर्धन बच्चों को शिक्षा और स्वास्थ्य लोकतंत्र में सरकार की पहली जिम्मेदारी है
मध्य प्रदेश में कुल 84 हजार 465 आंगनबाड़ी और 12 हजार 670 मिनी आंगनबाड़ी केंद्र हैं। यहां पर मध्य प्रदेश के निर्धन बच्चे पोषण आहार प्राप्त करते हैं, खेलते हैं और अच्छा नागरिक बनने के लिए सीखते हैं। मध्य प्रदेश शासन के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ियों का संचालन किया जाता है। निर्धन बच्चों को शिक्षा और स्वास्थ्य लोकतंत्र में किसी भी सरकार की पहली जिम्मेदारी है। भारत का संविधान इसी लिए बनाया गया है ताकि इन बच्चों को इनका अधिकार मिल सके।
आंगनबाड़ियों को निर्देशित किया गया है कि 26 जनवरी 2023 गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्सव मनाया जाए। स्व सहायता समूह से कहा गया है कि इस दिन खीर पूरी बनाई जाए उसके साथ मिठाई भी बांटी जाए लेकिन मिठाई के लिए बजट नहीं दिया गया है। कहा गया है कि बारदाने (जिन बोरियों में अनाज भरकर आता है) बेचकर जो पैसा आएगा उससे मिठाई बांट देना।
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