यात्री और सामान से भरे एक बड़े हवाई जहाज का वजन लगभग 80 क्विंटल होता है और जब वह हवाई पट्टी पर लैंड करता है तब उसकी स्पीड लगभग 300 किलोमीटर प्रति घंटा होती है। सवाल यह है कि इतनी स्पीड से जमीन पर टकराने के बाद भी हवाई जहाज के टायर फटते नहीं है। ऐसा कैसे होता है। आइए, समझने की कोशिश करते हैं।
हवाई जहाज की हाई स्पीड, वजन और लैंडिंग स्पीड
धरती पर मनुष्य को जितनी भी तकनीकी सफलताएं मिली है उनमें हवाई जहाज एक महत्वपूर्ण सफलता है। यह एक ऐसी मशीन है जो सामान और इंसान दोनों को जमीन से आसमान पर ले जाती है और बिना किसी नुकसान के वापस जमीन पर उतार देती है। हवाई जहाज की हाई स्पीड 1000 किलोमीटर प्रति घंटा होती है। जमीन पर लैंडिंग के समय हवाई जहाज की स्पीड 200 से 300 किलोमीटर प्रति घंटा होती है। यह निश्चित रूप से इंजीनियरिंग का चमत्कार है कि 80 क्विंटल वजन वाले हवाई जहाज के टायर 300 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से जमीन पर रगड़ते हैं लेकिन फटते नहीं है।
हवाई जहाज के टायर का मटेरियल और हवा
सबसे खास बात यह है कि हवाई जहाज का टायर स्पेशल रबड़, एल्युमीनियम और stainless-steel मिलाकर बनाए जाते हैं। इन तीनों की भागीदारी का संतुलन इतना बढ़िया होता है कि यह हवाई जहाज के टायर को सबसे मजबूत और फटने से बचाते हैं। दूसरी खास बात यह होती है कि हवाई जहाज के टायर में नाइट्रोजन गैस भरी जाती है और सामान्य वाहनों की तुलना में 6 गुना ज्यादा भरी जाती है और फिर हवाई पट्टी भी विशेष प्रकार से बनाई जाती है।
हवाई जहाज के टायर की कीमत और एक्सपायरी
यही कारण है कि जब हवाई जहाज के टायर हवाई पट्टी से टकराते हैं तो हवाई पट्टी टायरों को फटने से बचाने के लिए खुद घायल हो जाती है। अच्छी क्वालिटी के हवाई जहाज की कीमत इन दिनों $5000 चल रही है। टायर का एक सेट 500 बार लैंडिंग कर सकता है। इसके बाद टायर में ग्रिप चढ़ाई जाती है और फिर से 500 बार लैंडिंग कराई जा सकती है। 1 टायर पर 7 बार ग्रिप चढ़ाई जा सकती है। इस प्रकार 1 टायर 3500 बार लेंडिंग कर सकता है।