भोपाल। यदि बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय मैनेजमेंट के कामों को टाइम लिमिट, परफेक्शन और इनोवेशन, 3 सेमेस्टर में डिवाइड कर दिया जाए तो यकीन मानिए बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी का मैनेजमेंट हर सेमेस्टर में फेल हो जाएगा। विद्वानों ने न्यू एजुकेशन पॉलिसी तो लागू कर दी परंतु उसका ऑर्डिनेंस नहीं पढ़ा। महानुभावों को पता ही नहीं है कि सप्लीमेंट्री एग्जाम कैसे कराना है। इधर 20000 स्टूडेंट्स परेशान हो रहे हैं।
परीक्षा नियंत्रक को अंग्रेजी नहीं आती, इसलिए परीक्षा पेंडिंग हो गई
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल के अधिकारी सप्लीमेंट्री के मामले में एनईपी के ऑर्डिनेंस को समझ नहीं पा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि ऑर्डिनेंस अंग्रेजी भाषा में है। यदि हिंदी भाषा में भी होता तो उसमें दिए सप्लीमेंट्री परीक्षा के प्रावधान को समझने में आसानी हो सकती। बीयू के परीक्षा नियंत्रक प्रो. विनय श्रीवास्तव सहित अन्य इस मामले में निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। इसलिए परीक्षा नियंत्रक ने इस संबंध में रजिस्ट्रार के पास नोटशीट भेजी है। अभी यह मामला कुलपति प्रो. एके जैन के सामने भेजा ही नहीं गया है। कितना अच्छा होता है यदि NEP लागू करते समय ही परीक्षा नियंत्रक को बदल दिया जाता। ऐसा एग्जाम कंट्रोलर नियुक्त किया जाता जिसे अंग्रेजी आती हो।
NEP ऑर्डिनेंस में सप्लीमेंट्री परीक्षा का प्रावधान
ऑर्डिनेंस के अनुसार फर्स्ट ईयर 40 क्रेडिट है। यदि छात्र 40 में से 19 क्रेडिट ही प्राप्त करता है तो फेल मानकर उसका ईयर जीरो माना जाएगा। वहीं 20 क्रेडिट प्राप्त कर लेता है तो उसे अगले वर्ष में प्रोविजनल प्रमोट किया जाएगा। लेकिन, वो जिन कोर्सेस में फेल है, उनमें पास होने के लिए उसे अगली सप्लीमेंट्री परीक्षा में शामिल किया जाएगा। इसमें वो पास नहीं होगा तो उसे दिया गया प्रमोशन को टर्मिनेट किया जाएगा। इसके बाद सेकंड चांस भी दिया जाएगा।
इतने लापरवाह हैं, सितंबर वाली सप्लीमेंट्री परीक्षा जनवरी तक नहीं
बीयू अभी यूजी फर्स्ट ईयर सप्लीमेंट्री परीक्षा को लेकर निर्णय नहीं ले सका है। इसका टाइम टेबल भी तैयार नहीं हो सका है। यहां तक की इसके परीक्षा फार्म भी नहीं भरा सके हैं। जबकि एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार यह परीक्षा सितंबर 2022 में ही आयोजित हो जानी चाहिए थी।
रजिस्ट्रार की तो अंगीठी ही नहीं जली, खिचड़ी पता नहीं कब पकेगी
अरुण चौहान, प्रभारी रजिस्ट्रार, बीयू भोपाल का कहना है कि मैंने हाल में ही ज्वाइन किया है। इस प्रकरण को समझकर जल्द ही सप्लीमेंट्री परीक्षा कराने के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।
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