इंदौर। मध्य प्रदेश शिक्षक भर्ती में चयनित उम्मीदवारों ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में जमकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारी B.Ed फोर्थ सेमेस्टर के स्टूडेंट है। जो फेल हो गए हैं। विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय को विशेष एटीकेटी कराने की मांग की है।
शिक्षक पात्रता परीक्षा में टॉप किया लेकिन BEd में फेल हो गए
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में बीएड चौथे सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने घंटाभर नारेबाजी करने के बाद कुलपति डा. रेणु जैन का घेराव भी कर दिया। रिव्यू कराने के बावजूद विद्यार्थियों के रिजल्ट में कोई संशोधन नहीं हुआ है। विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय को विशेष एटीकेटी कराने पर जोर दिया। उनका कहना था कि 11 साल बाद संविदा वर्ग तीन के लिए शिक्षक भर्ती परीक्षा हुई, जिसमें बीएड फेल कई विद्यार्थी चयनित हो चुके हैं। ऐसे में विशेष परीक्षा नहीं होने से इन छात्र-छात्राओं का भविष्य खराब होगा, क्योंकि इन्हें सरकारी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने परीक्षा समिति की राय के बाद फैसला लेने की बात कही है। मंगलवार को समिति की बैठक बुलाई गई है। दरअसल, दस महीने पहले शिक्षक भर्ती परीक्षा हुई थी, जिसमें बीएड चौथे सेमेस्टर के विद्यार्थी भी शामिल हुए थे। नवंबर में भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी हुआ। चौथे सेमेस्टर के कई विद्यार्थियों का चयन हो चुका है। इस बीच विश्वविद्यालय ने नंवबर के अंतिम सप्ताह में बीएड चौथे सेमेस्टर का रिव्यू रिजल्ट घोषित किया। कई विद्यार्थियों के अंक में कोई बदलाव नहीं हुए। ऐसे में विद्यार्थियों के सामने संकट खड़ा हो गया है।
अगर बीएड पास नहीं होते हैं तो संविदा वर्ग 3 की प्रक्रिया से बाहर होना पड़ेगा। विद्यार्थी 15 दिनों से विश्वविद्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। मामले में अधिकारियों का कहना है कि विशेष परिस्थितियों में विशेष एटीकेटी करवाने का प्रविधान है। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से मंजूरी मिलती है। बगैर विभागीय अनुमति के विश्वविद्यालय अलग से विशेष एटीकेटी नहीं करवा सकता है। विश्वविद्यालय प्रशासन से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने से छात्र-छात्राएं परेशान हैं।
नारेबाजी कर सौंपा ज्ञापन
सोमवार दोपहर 12 बजे छात्रनेता जावेद खान के नेतृत्व में कई विद्यार्थी आरएनटी मार्ग स्थित विश्वविद्यालय पहुंचे। विशेष परीक्षा करवाने को लेकर जमकर नारेबाजी की। कुलपति डा. रेणु जैन का घेराव करते हुए छात्रों ने कहा कि परीक्षा करवाने को लेकर परीक्षा नियंत्रक डा. एसएस ठाकुर से मिले तो उन्होंने कोई समाधान नहीं निकाला। उन्होंने कहा कि परीक्षा करवाना मेरा काम नहीं है। चर्चा के दौरान छात्रों ने अधिकारियों की मौखिक शिकायत भी की। मामले में कुलपति ने विद्यार्थियों का गुस्सा शांत करते हुए मंगलवार को परीक्षा समिति की बैठक बुलाई है।