ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर व्यापार मेले में मिलने वाली विशेष मिठाई 'खाजा' जिसे अब ख़जला के नाम से भी जाना जाने लगा है। खाजा मिठाई का स्वाद पसंद करने वाले लोग हर साल मेले में इस मिठाई का इंतजार करते हैं। इस मिठाई का नाम कहावत के रूप में भी लिया जाता है,कहा जाता है 'खाजा खाना भी है और रखना भी है'। खाजा विशेष प्रकार की मिठाई है जो मैदा और चासनी सहित अन्य चीजों से तैयार की जाती है। यह लोगों को बहुत पसंद आती है।
मिठाई के बारे में कहा जाता है कि इसे मेरठ के किसी कारीगर के द्वारा तैयार किया गया था। यह 100 वर्ष पुरानी बात है। वर्तमान में यह मिठाई आगरा, औरैया, इटावा, एटा सहित अन्य पश्चिमी क्षेत्रों में तैयार की जाती है। ग्वालियर मेले में मीठा खजला 120 से 170 रुपए प्रति किलो, फीका खजला 120 से 170 रुपए प्रति किलो, नमकीन खजला 50 रुपए पीस, मलाई वाला खजला 240 रुपए प्रति किलो, खोवा खजला 320 रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जाता है।
एक किदवंती का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि पूर्व में इस मिठाई को सिर्फ खाजा के नाम से जाना जाता था। लेकिन कई बार मिठाई के विशेष नाम के चलते विवाद भी हो जाते थे। मिठाई खाने के बाद लोग पैसे देने की बात पर दुकानदार से कहते थे कि तुम ही ने तो कहा था कि खाजा, तो हमने खा लिया। इन सब बातों पर गौर करते हुए बाद में इसे ख़जला के नाम से जाना जाने लगा।